पूजा वस्त्रकार की सफलता ने बदल दी इलाके की फिजा, अब कई लड़कियां क्रिकेट में बनाना चाहती हैं करियर
एमपी के आदिवासी इलाके शहडोल से ताल्लुक रखने वाली पूजा वस्त्रकार को महिलाओं के आईपीएल के लिए मुंबई की टीम ने 1 करोड़ 90 लाख रुपये की बोली लगाकर अपनी टीम का हिस्सा बनाया है. इसके बाद से पूजा एक बार फिर चर्चा में हैं. वह इलाके के युवा क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए रोल मॉडल बन चुकी है.
लड़कियां बनाना चाहती हैं क्रिकेट में करियर
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Published : Mar 8, 2023, 8:49 AM IST
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Updated : Mar 8, 2023, 10:46 AM IST
पूजा वस्त्रकार की सफलता ने बदल दी इलाके की फिजा
शहडोल।मध्य प्रदेश का शहडोल आदिवासी बाहुल्य जिला है. इसकी अब अलग पहचान है. यह पहचान प्रदेश ही नहीं बल्कि देश और दुनिया में भी बन चुकी है. यह हुआ है शहडोल की बेटी पूजा वस्त्रकार की वजह से. पूजा वस्त्रकार भारतीय महिला क्रिकेट टीम की खिलाड़ी हैं.पूजा टेस्ट, वनडे और टी-20 की टीम में शामिल हैं. इन दिनों पूजा वस्त्रकार विमेंस प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियंस की टीम से खेल रही हैं.
लड़कियां बनाना चाहती हैं क्रिकेट में करियर
पूजा ने बदल दी क्रिकेट की फिजा:यहां कभी किसी ने नहीं सोचा था, कि गर्ल्स क्रिकेट को लेकर इतनी बड़ी नर्सरी यहां तैयार हो जाएगी. शहडोल जिला मुख्यालय के स्टेडियम में जब आप पहुंचेंगे, तो वहां पर 30 से 40 लड़कियां नेट पर प्रैक्टिस करते आपको नजर आ जाएंगी. जिस शिद्दत जिस लगन के साथ लड़कियां गर्मी हो बरसात हर सीजन में कड़ी मेहनत करती हैं, उसे देखकर हर कोई इनका कायल हो जाता है.
लड़कियां बनाना चाहती हैं क्रिकेट में करियर
नाम रोशन करने का सपना:लड़कियां यह मेहनत बस इसलिए नहीं करती हैं कि इन्हें क्रिकेट पसंद है बल्कि एक सपने को साकार करने के लिए जमकर मेहनत करती हैं. उनका सपना है कि क्रिकेट में इन्हें अपना कैरियर बनाना है. शहडोल का नाम रोशन करना है. महिला क्रिकेट में एक अलग पहचान बनानी है. जैसा कि शहडोल जिले की पूजा वस्त्रकार ने भारतीय महिला टीम में शामिल होकर अपना एक अलग करियर बनाया है. पूजा के इंडियन क्रिकेट टीम तक सफर तय करने के बाद क्रिकेट को लेकर अब इस आदिवासी जिले की फिजा ही बदल गई है.
लड़कियां बनाना चाहती हैं क्रिकेट में करियर
लड़कियां बनाना चाहती हैं क्रिकेट में करियर:पूजा वस्त्रकार के शुरुआती कोच आशुतोष श्रीवास्तव बताते हैं कि, क्रिकेट में पूजा की सफलता के बाद अब यहां बहुत कुछ बदल गया है. अच्छी बात तो यह है कि अब पूजा के सिलेक्शन के बाद गर्ल्स भी क्रिकेट में करियर को लेकर सोचने लगी हैं. जब पूजा ने यहां क्रिकेट स्टार्ट किया था तो लड़कियों में वो ग्राउंड में अकेले ही आती थी. पूजा के बाद काफी बच्चों में इंटरेस्ट दिखा और फिर उसके बाद काफी लड़कियों ने क्रिकेट में करियर बनाने के बारे में सोचा.
लड़कियां बनाना चाहती हैं क्रिकेट में करियर
गर्ल्स क्रिकेट में चेंजेस:कोच बताते हैं कि क्रिकेट में पूजा के सफल होने के बाद यहां अब गर्ल्स क्रिकेट में करियर बनाने कई लड़कियां आ रही हैं. यहां सीधी, जयसिंह नगर, गोहपारू, बुढार, धनपुरी, चचाई पाली, उमरिया की लड़कियां क्रिकेट खेलने आती हैं और किराए से रूम लेकर रहती हैं. पूजा के इंटरनेशनल क्रिकेट में पहुंचने के बाद यहां की गर्ल्स क्रिकेट में एकदम से चेंज आया है. उनकी संख्या एकदम से बढ़ी है और उसका एक बहुत अच्छा परिणाम यह हुआ है कि, पूजा के बाद शहडोल की कम से कम 7 से 8 लड़कियां अभी मध्य प्रदेश की टीम में लगातार खेल रही हैं. स्टेडियम में 35 से 40 लड़कियां रेगुलर हैं.
लड़कियां बनाना चाहती हैं क्रिकेट में करियर
पूजा की वजह से पहचान :पूजा वस्त्रकार की बड़ी बहन ऊषा वस्त्रकार बताती हैं कि जिस तरह से क्रिकेट में पूजा ने अपना एक अलग करियर बनाया है. पूजा के भारतीय टीम में खेलने की वजह से समाज में प्रदेश में देश में अलग पहचान बनी है. लोग बड़े सम्मान की दृष्टि से देखते हैं. पूरा परिवार पूजा की सफलता से काफी खुश रहता है. कई बार तो घर में कई लोग अपने बच्चों को लेकर पहुंच जाते हैं और पूछने लगते हैं की पूजा कैसे खेलने गई थी. किस उम्र में खेलने गई थी. किस तरह से प्रैक्टिस करती थी.
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पूजा का क्रिकेट करियर:पूजा वस्त्रकार वर्तमान में विमेंस प्रीमियर लीग में खेल रही हैं. वो मुंबई इंडियंस की टीम से खेलती हैं, पूजा वस्त्रकार को मुंबई इंडियंस की फ्रेंचाइजी टीम ने ऑक्शन के दौरान 1 करोड़ 90 लाख रुपए में अपनी टीम में शामिल किया है. इंटरनेशनल क्रिकेट करियर की बात करें तो पूजा वस्त्रकार ने 2 टेस्ट मैच खेले हैं. जिसमें 5 विकेट लिए हैं. 26 वनडे मैच में 20 विकेट निकाले हैं तो वही 463 रन बनाए हैं. 43 टी 20 मैच में 30 विकेट निकाले हैं तो वहीं 261 रन बनाएं हैं. पूजा वस्त्रकार एक ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं.