शहडोल। आदिवासी बाहुल्य जिला आज भी कुपोषण से जंग लड़ रहा है. जिला प्रशासन भी इसके खात्मे के लिए जुटा हुआ है. कलेक्टर वंदना वैद्य भी काफी सक्रिय हैं. वह खुद आदिवासी बाहुल्य इलाके में जा रही हैं और कुपोषित बच्चों को एनआरसी सेंटर लाने के लिए समझा भी रही हैं. जिसका असर भी देखने को मिल रहा है. कलेक्टर की पहल से एक गंभीर कुपोषित बच्ची सुपोषित हुई है. जिसके बाद परिवार ने कलेक्टर का आभार माना.
कलेक्टर की सराहनीय पहल :जनपद पंचायत ब्यौहारी के ग्राम आखेटपुर में 16 दिसम्बर 2020 को जन्मी प्रभा बसोर पिता भगवानदास बसोर जन्म से ही कुपोषित थी. जिस पर शहडोल कलेक्टर वंदना वैद्य ने गांव का भ्रमण किया और बच्ची के माता-पिता को पोषण आहार खिलाने, उसकी देखभाल करने की जानकारी दी और उसे एनआरसी केन्द्र में भर्ती कराने के लिए परिवार को समझाया. उनकी बात सुनकर बच्ची को एनआरसी केन्द्र में भर्ती कराया.