शहडोल। सावन का महीना चल रहा है और इस पावन महीने में शिव भक्त भगवान भोलेनाथ को खुश करने का एक भी मौका नहीं छोड़ते, अलग-अलग तरीके से शिव भक्ति में डूबे रहते हैं. कोरोनाकाल चल रहा है और ऐसे में अगर आप पूरे विधि विधान से भगवान भोलेनाथ की पूजा करना चाह रहे हैं, भोलेनाथ को अपनी भक्ति से खुश करना चाह रहे हैं, तो ज्योतिषाचार्यें की राय में कुछ विशेष उपाय अपना कर भगवान के प्रति समपर्ण प्रदर्शित किया जा सकता है. कुछ सामग्रियां हैं जिनका प्रयोग कर बाबा को प्रसन्न किया जा सकता है.
इन सामग्रियों के साथ करें शिव की पूजाज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं की शिवजी के 12 रूप होते हैं. जिन्हें द्वादश ज्योतिर्लिंग बोला जाता है. शिव जी की विशेष पूजन के लिए शिवजी की बालू की मूर्ति, मिट्टी, घी की, बर्फ की, पत्थर की या फिर तांबे में से किसी एक का प्रयोग कर मूर्ति बना लें. इनमें सबसे पवित्र मिट्टी की मूर्ति होती है, शिवलिंग बनाकर उनके ऊपर धतूरे का फूल, मदार का फूल , पलाश का फूल अंगरैया का फूल, ये सभी चढ़ा दें. शिवजी को बेलपत्र प्रिय है वो अवश्य चढ़ायें और बेल का फल चढ़ा दें. कहते हैं ऐसा करने से मनचाहा वरदान प्राप्त होता है. शनि शांत होते हैं. विशेष फल मिलता है.
बेल पत्र है भोलेबाबा को प्रिय कोरोनाकाल में न हों परेशानकोरोनाकाल में अगर पंडित की व्यवस्था नहीं हो पा रही है बिना पंडितों के पूजा करना है तो चावल, दूध, दही, गंगाजल, शहद, शक्कर जैसी सामग्री से भगवान शिव को स्नान कराएं. फिर सफेद वस्त्र पहना दें इसके बाद चंदन लगाएं, फूल बेलपत्र दूर्वा, मदार का फूल, धतूर का फूल, चढ़ाने के बाद कुछ भोग साम्रगी लगाकर आरती कर लें. यही पूर्ण पूजा मानी जाती है इसके साथ ही उनके सामने ओम नमः शिवाय का एक, तीन, पांच, ग्यारह जाप करें तो शिव भगवान बहुत प्रसन्न होते हैं.