शहडोल। सावन का महीना ध्यान और तपस्या के लिए उत्तम होता है. इसमें सोमवार का विशेष महत्व बताया गया है. अगर सावन के हर सोमवार विधि पूर्वक भगवान शिव की आराधना करेंगे तो किसी भी समस्या से मुक्ति पा सकते हैं. सोमवार और शिवजी के संबंध के कारण ही मां पार्वती ने सोलह सोमवार का उपवास रखा था. सावन का सोमवार विवाह और संतान की समस्याओं के लिए अचूक माना जाता है. इस बार सावन का पहला सोमवार 18 जुलाई को पड़ रहा है. वहीं इस सावन के सोमवार में भूल कर भी ये सारे काम ना करें. इसके बारे में ईटीवी भारत पर ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री से जानिए. (Sawan 2022)
देवों के देव महादेव:ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री के मुताबिक सावन का पहला सोमवार आज है. पहले सोमवार का महत्व ये है कि जो सभी देवता हैं उन देवताओं के देवता शिवजी हैं, इसलिए उन्हें महादेव भी कहते हैं. उनका विशेष दिन सावन के सोमवार का हुआ करता है. इस दिन वे विशेष सवारी भी करते हैं, विशेष श्रंगार भी होता है और विशेष फलदाई भी होता है, या यूं कहें कि इस दिन शिव बहुत प्रसन्न मुद्रा में रहते हैं. (how worship lord shiva on monday)
ऐसे करें शिव को प्रसन्न: सोमवार के दिन जितने भी जातक हैं उन्हें सुबह- सुबह स्नान करना चाहिए. स्नान करने के बाद किसी शिवालय में जाएं और शिव को स्नान कराएं. इसके बाद दूध, दही, गंगाजल, शहद, शक्कर से स्नान कराने के बाद धतूरे का फूल, मदार का फूल, अकौआ फूल आदि चढ़ाएं. वहां शिव की आराधना करें. शिव स्त्रोत करें. जिनको शिव स्त्रोत करना नहीं आता वह जातक ओम नमः शिवाय का जाप करें, तो उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. (Bhagwan Shankar)
ऐसे जातक करें शिव उपासना:जिन लड़कियों के विवाह में बाधा उत्पन्न हो रही है, वे विशेष रूप से सावन के सोमवार का व्रत करें. उनका मनोरथ पूर्ण होगा. जो किसी भी ग्रह से परेशान हैं, ऐसे भी जातक सावन के सोमवार का व्रत करें. शिव जी का जलाभिषेक करें विशेष फल मिलता है. (bholenath)
शुभ मुहूर्त:सावन के पहले सोमवार के दिन शिव जी की विशेष रूप से प्रातः कालीन 8:00 बजे से 12:00 बजे के पहले-पहले शिव का अभिषेक करने से सोमवार के दिन शिव जी प्रसन्न होते हैं, और इच्छाओं की पूर्ति करते हैं.