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अब जल्द घर लौटेगा राजू, परिजनों ने छोड़ दी थी उम्मीद - Bareilly village of Shahdol

कैदियों की अदला-बदली को लेकर हुए समझौते के बाद पाकिस्तान की जेल से राजू उर्फ रावेंद्र गुप्ता को रिहा कर दिया है, अब जल्द ही राजू अपने घर शहडोल के बरेली वापस आएगा.

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राजू की मां

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Published : Jan 6, 2021, 10:50 PM IST

शहडोल।कैदियों की अदला-बदली को लेकर हुए समझौते के बाद पाकिस्तान की जेल से राजू उर्फ रावेंद्र गुप्ता को रिहा कर दिया है. बताया जा रहा है कि राजू 13 साल पहले गलती से पाकिस्तान चले गये थे, जिसके बाद पाकिस्तान की पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था और राजू पाकिस्तान में कैदी बन गया था. लेकिन अब जब राजू की पाकिस्तान से वतन वापसी हो चुकी है. तो जल्द ही अब उसकी घर वापसी भी होने वाली है. ईटीव्ही भारत राजू के घर पहुंचा और सबसे पहले उनकी मां को यह खबर सुनाई, तो मां की आंखों में एक अलग ही चमक देखने को मिली.

राजू के घर पहुंचा ईटीवी भारत

वतन वापसी हो गई, जल्द होगी घर वापसी

पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय कैदी राजू उर्फ रावेंद्र गुप्ता की वतन वापसी तो हो गई है और अब जल्दी उसके घर वापसी की उम्मीद जताई जा रही है. ईटीवी भारत राजू गुप्ता के घर शहडोल जिले के बरेली पहुंचा और इनकी मां से बात चीत कर राजू के वतन वापसी खी खुशखबरी दी.

राजू का घर

कौन है राजू

राजू का पूरा नाम रावेंद्र गुप्ता और पिता का नाम संतोष उर्फ बृजेश गुप्ता है. राजू का गांव बरेली है जो कि गोहपारू थाना अंतर्गत आता है. कई साल पाकिस्तान के जेल में बंद रहने के बाद राजू की वतन वापसी तो हो गई है. अब जल्द ही घर वापसी होने वाली है. राजू 13 साल पहले एक गलती से पाकिस्तान चला गया था जिसके बाद पाकिस्तान की पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.

राजू की मां ने बताया कि इससे पहले उन्हें जानकारी नहीं थी. उनके तीन बेटे हैं, राजू उनका सबसे बड़ा बेटा है. मां को खुद भी याद नहीं है कि कितने साल हो गए जब वह घर से चला गया था, हालांकि पड़ोस की एक महिला ने बताया कि साल 1997 में राजू उर्फ राजेंद्र गुप्ता घर से गया था.

राजू का परिवार

राजू की मां ने बताया कि जब उनका बेटा गया तो कुछ साल वह उसका पता लगवाई, दो चार साल वह ढूंढते रहे लेकिन जब बेटा नहीं मिल तो उम्मीद छोड़ दिए थे. फिर 2010-12 में गांव के सरपंच के पास आया, जिसमें राजू के पाकिस्तान की जेल में बंद होने की सूचना थी. हलांकि साल 2012 में नाम को लेकर कंफ्यूजन था इसलिए उन्होंने वह कागज वापस भेज दिया था.

2014 में एक बार फिर से गृह मंत्रालय ने परिजनों को राजू के जेल में बंद होने की सूचना दी जिसके बाद राजू के परिजन उसे वापस लाने की कोशिश करने लगे. कई सालों की मेहनत के बाद साल 2020 में उसे वापस लाने की लिखा पढ़ी तेज हुई और 2021 में उनके बेटे के छूटने की सूचना मिल गई.

जल्द होगी घर वापसी

जल्द होगी घर वापसी

एडिशनल एसपी मुकेश वैश्य ने बताया कि राजू उर्फ रावेंद्र गुप्ता लाहौर जेल से बाघा बॉर्डर में हिंदुस्तान में भेज दिया गया है और वहां के सेंटर में हैं. मुकेश वैश्य ने बताया कि डिप्टी असिस्टेंट कमिश्नर से उनकी चर्चा हुई है और राजू के परिजनों को भी सूचित कर दिया गया है. अब अथॉरिटी लेटर दिलवाकर उन्हें राजू के वापस घर लाने के लिए भेजा जाएगा.

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