शहडोल। लॉकडाउन की वजह से दुनियाभर के लोग अपने घरों में लॉक हैं. जहां कभी सड़क, गली, मोहल्लों में शोर हुआ करता था, वहां अब सिर्फ आपातकाल जैसा नजारा दिखाई देता है. इससे खेल के मैदान भी अछूते नहीं हैं. शहडोल का क्रिकेट स्टेडियम खिलाड़ियों की चहल कदमी से गूंजा करता था. लेकिन आज वहां परिंदे भी नजर नहीं आ रहा है. लॉकडाउन के दौर में सब अपने-अपने घरों में कैद हो गए हैं. यहां लॉकडाउन से पहले हर दिन खिलाड़ी सुबह शाम क्रिकेट के साथ-साथ अन्य खेलों के खिलाड़ी प्रैक्टिस करते नजर आया करते थे और इस मैदान में आए दिन खिलाड़ियों के बीच मुकाबले हुआ करते थे. एथलेटिक्स खिलाड़ी भी सुबह शाम प्रैक्टिस किया करते थे, लेकिन अब खेल के मैदान में खामोशी छा गई है.
लॉकडाउन का असर: खिलाड़ियों के शोर से गूंजता था गांधी स्टेडियम, अब पसरा सन्नाटा - Silence on the ground
शहडोल का क्रिकेट स्टेडियम खिलाड़ियों की चहल कदमी से गूंजा करता था. लेकिन आज वहां परिंदे भी नजर नहीं आ रहे हैं. लॉकडाउन के दौर में सब अपने-अपने घरों में कैद हो गए हैं.
शहडोल का गांधी स्टेडियम जो खिलाड़ियों के शोर से गूंजा कहता था, जिस गांधी स्टेडियम में हर समय खिलाडियों की चहल कदमी और उनका शोर रहा करता था, आज उस स्टेडियम में सिर्फ और सिर्फ खामोशी ही है. इस स्टेडियम में करीब 30 से 40 खिलाड़ी स्टेडियम में हर समय अभ्यास किया करते थे.
गांधी स्टेडियम मैदान में क्रिकेट प्लेटर के अलावा यहां बास्केट बॉल के खिलाड़ी भी प्रैक्टिस करते थे. इसके साथ ही एथलेटिक्स खिलाड़ियों से ये स्टेडियम भरा रहता था. उस दौरान कोई दौड़ लगाता था, तो कोई लंबी कूद, कोई ऊंची कूद, कोई गोला फेंक, कोई तबा फेंक जैसे खेलों का अभ्यास किया करता था. हर तरह के खिलाड़ी यहां हर दिन प्रैक्टिस करते थे, लेकिन अब सिर्फ और सिर्फ सन्नाटा है. एमपीसीए के भी अलग-अलग उम्र वर्ग के अक्सर यहां मुकाबले होते थे, लेकिन अब वह बीते दिनों की बात दिखाई लगती है.