शहडोल। शहडोल जिले में इन दिनों भीषण गर्मी का सितम जारी है. लोगों का हाल बेहाल है. इस प्रचंड गर्मी की वजह से अब सब्जियों के दाम में भी भारी उछाल है. लोगों की थाली से हरी सब्जियां गायब हो रही हैं. इन दिनों में जो सब्जियां कभी पंद्रह से ₹20 प्रति किलो मिल जाया करती थीं, वो सब्जियां अब ₹50 से नीचे नहीं मिल रही हैं. लोगों का कहना है कि अब आम की चटनी ही सहारा बनी है. वहीं, सब्जी व्यापारियों का कहना है कि अभी रेट और बढ़ेंगे, क्योंकि भीषण गर्मी के कारण बाहर से सप्लाई कम है और खेत में लगी सब्जियां झुलस रही हैं.
हर सब्जी के भाव पकड़ से बाहर :शहडोल मंडी में सब्जियों के दाम पर नजर डालें तो गिलकी जहां ₹60 प्रति किलो मिल रही है. लौकी 20 से ₹25 प्रति किलो मिल रही है. करेला ₹60 किलो, परवल ₹80किलो, बरबटी ₹60 किलो, भिंडी 40 से 60 के बीच, खीरा 20 से 25 के बीच, ककड़ी 30 से 35 के बीच, धनिया ₹100 प्रति किलो, मिर्ची ₹100 प्रति किलो, नींबू ढाई सौ रुपये प्रति किलो और अगर एक नींबू लेंगे तो उसके लिए ₹10 देना पड़ेगा, टमाटर 20 से ₹25 प्रति किलो, बैगन 30 से ₹35 प्रति किलो, आलू ₹20 किलो और प्याज ₹15 किलो, शिमला मिर्च ₹80 प्रति किलो, पत्ता गोभी 30 से ₹40 प्रति किलो, फूलगोभी ₹60 प्रति किलो, कद्दू ₹30 प्रति किलो और अदरक 40 से ₹50 प्रति किलो मिल रहा है.
लोगों ने कहा- अब आम की चटनी ही सहारा :जिस तरह से हरी सब्जियों के दामों में भारी उछाल देखने को मिला है, उसके बाद जब ईटीवी भारत के संवाददाता ने लोगों से बात की तो उनका यही कहना है कि अब तो वो लोग हरी सब्जियां बहुत कम खरीद रहे हैं, जहां दो किलो सब्जी खरीदते थे, अब एक किलो सब्जी से ही काम चला रहे हैं. कुछ लोगों ने तो ये भी कहा कि इसके अलावा इन दिनों आम की चटनी ही एक बहुत बड़ा सहारा बन रही है, जिस तरह से भीषण गर्मी पड़ रही है सब्जियों के दाम में भारी उछाल है. उसके बाद लोगों की थाली से अब हरी सब्जियां गायब हो रही हैं.
इसलिए बढ़ रहे सब्जियों के दाम :आखिर सब्जियों के दाम में अचानक इतना उछाल क्यों आया है. इसको लेकर सब्जी व्यापारी अमित कुमार गुप्ता बताते हैं कि जिस तरह से जिले में भीषण गर्मी पड़ रही है.गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. उसकी वजह से जो लोकल से सब्जियां आती थीं, उसकी आवक कम हो गई है. बढ़ते तापमान की वजह से किसानों की फसलें भी कमजोर हो चुकी हैं. पैदावार कम हो गई है, जिसके चलते लोकल से माल कम आ रहा है और जो बाहर से माल आ रहा है, वह इतना नहीं आ पा रहा है, जो यहां की आवश्यकता पूरी कर सके. इसके अलावा प्रचंड गर्मी की वजह से ज्यादा दिन तक सब्जियों को रख भी नहीं सकते हैं.