शहडोल। आज एक नवंबर को मध्य प्रदेश अपना 67वां स्थापना दिवस मना रहा है. इस दिन को प्रदेश में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ उत्साह के साथ मनाया जाता है. शहडोल जिला आदिवासी बाहुल्य जिला है, ऐसे में मध्य प्रदेश के नया राज्य बनने के बाद से इतने सालों में यहां के आदिवासियों की जिंदगी कितनी बदली है, उन में कितना बदलाव देखने को मिला है इसे जानने के लिए ईटीवी भारत ने कई ग्रामीण आदिवासियों से बात की. ऐसे लोगों से बात की जो समाज में एक अलग स्थान रखते हैं समाज से काफी जुड़े हुए हैं. (MP Foundation Day) (1 november MP Sthapana Diwas) (MP 67th Foundation Day)
जानिए ग्रामीणों ने क्या कहा:मध्य प्रदेश के नया राज्य बनने के बाद से आदिवासियों में कितना बदलाव हुआ है इसे जानने के लिए हमने जिले के अलग-अलग गांव के कई ग्रामीणों से बात की. कुछ बुजुर्गों से बात किया कुछ युवाओं से बात किया. गांव के कुछ पूर्व सरपंच से बात किया. इस दौरान अलग-अलग बातें सामने आई. जिले के ब्यौहारी ब्लॉक क्षेत्र के ग्रामीण जिनकी उम्र खुद 60 वर्ष हो चुकी है, उनका मानना है कि आदिवासियों के बीच में इतने सालों में काफी कुछ बदलाव आया है. लोग पढ़ भी रहे हैं, नौकरियां भी मिल रही हैं, योजनाओं के लाभ भी मिल रहे हैं. पहले लोग मजदूरी के लिए मजबूर हुआ करते थे. अब खुद का काम कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने यह बात भी जरूर कही कि काम के मौके तो मिल रहे हैं, लेकिन मन में इच्छा शक्ति होनी चाहिए. अगर कोई कुछ नहीं करना चाहता है तो फिर उनका क्या कर सकते हैं.(MP 67th Foundation Day) (67th Foundation Day of Madhya Pradesh)