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MP Sagar Mawtha प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश सागर में, सिंचाई की समस्या खत्म, किसानों के चेहरे खिले

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Published : Dec 13, 2022, 12:49 PM IST

सागर जिले में लगातार दो दिन से तापमान में बढ़ोत्तरी के बाद 13 दिसंबर की सुबह से मावठा की बारिश का सिलसिला (Mawtha heavy rains in Sagar) जारी है. पूरे प्रदेश में सागर जिले में सबसे अधिक के 15.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. इसके अलावा भोपाल संभाग में भी बारिश का लगातार सिलसिला जारी है. मावठा की बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए हैं. किसानों का कहना है कि बुवाई में देरी के कारण किसान सिंचाई के लिए परेशान थे. लेकिन इस बारिश से सिंचाई की समस्या खत्म हो गई है और रबी की सीजन की फसलें बेहतर आने की उम्मीद बन रही है.

प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश सागर में
MP Sagar Mawtha प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश सागर में

सागर/शहडोल।सागर जिले में में 11 दिसंबर से तापमान में बढ़ोतरी देखने मिल रही थी और जैसी की उम्मीद लगाई जा रही थी कि तापमान बढ़ने के कारण साफ था कि बारिश हो सकती है.12 दिसंबर की देर रात से बारिश का सिलसिला शुरू हुआ जो अब तक जारी है. 16 दिसंबर से मौसम में परिवर्तन शुरू होगा. लेकिन दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी रहेगा.

मौसम विभाग के आंकड़े :सबसे अधिक बारिश सागर जिले में दर्ज की गई है. इसके अलावा बैतूल और भोपाल जिले में भी बारिश का सिलसिला लगातार जारी है. पिछले 24 घंटे में मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए बारिश के आंकड़े इस प्रकार हैं (आंकड़े मिमी.में)

सागर - 15.6

बैतूल - 13.8

भोपाल - 8.4

उमरिया -4.9

भोपाल - 4.8

रायसेन- 2.4

दमोह -1.0

छिंदवाड़ा - 2.0

क्या कहते हैं जानकार :मौसम की जानकार गोविंद राय का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर सिस्टम तैयार के होने के कारण यह बारिश हो रही है. बंगाल की खाड़ी से हवाएं छत्तीसगढ़ होते हुए मध्य प्रदेश में आकर रुक गईं और लगातार 13 दिसंबर की रात से बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है. मध्यप्रदेश में ग्वालियर- चंबल संभाग में यह बारिश नहीं हो रही है. 15 दिसंबर तक इस तरह की बारिश का सिलसिला जारी रहने की उम्मीद है. 16 दिसंबर से मौसम में परिवर्तन शुरू होगा. लेकिन दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी रहेगा.

क्या कहना है किसानों का :मावठा की इस बारिश को लेकर किसान खुश नजर आ रहे हैं. किसान नरेंद्र तिवारी बताते हैं कि दरअसल बारिश के मौसम के आखिरी समय काफी बारिश होने के कारण किसान रबी की फसल की बुवाई में लेट हो गए थे और बुवाई में देरी के कारण किसानों को सिंचाई की समस्या खड़ी हो गई थी. लेकिन मावठा की बारिश के कारण किसानों की सिंचाई की समस्या का संकट एक तरह से खत्म हो गया है. रबी की फसल गेहूं, चना, मसूर के लिए ये बारिश अमृत के समान साबित होगी. किसानों का कहना है कि रवि की फसल के लिए जरूरी सिंचाई का संकट मावठा की बारिश के कारण एक तरह से समाप्त हो गया है.

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शहडोल में भी बूंदाबांदी :शहडोल जिले में मंगलवार सुबह से ही मौसम का नजारा बदला हुआ है. आसमान में घने बादल छाए हुए हैं. सुबह से ही सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए हैं. बारिश की संभावना बनी हुई है. सोमवार शाम को बूंदाबांदी भी हुई है और अभी भी जिस तरह का मौसम नजर आ रहा है, उसे देखते हुए बारिश की पूरी संभावना है. मौसम के बदले मिजाज से अचानक ठंड भी बढ़ गई है. दिनभर ठंड का मौसम रहा. मौसम वैज्ञानिक गुरप्रीत सिंह गांधी की मानें तो बंगाल की खाड़ी में जो तूफान आया हुआ है, उसकी वजह से मौसम में यह बदलाव हुआ है. गुरप्रीत सिंह गांधी कहते हैं की 13 और 14 दिसंबर को जिले में बारिश की संभावना है. हल्की बारिश कहीं-कहीं हो सकती है और अभी दो-तीन दिन मौसम कुछ इसी तरह से बना रहेगा आसमान में बादल छाए रहेंगे ठंडक भी बनी रहेगी.

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