शहडोल में मिचोंग तूफान का असर, ठंडी हवा के साथ रिमझिम बारिश ने बढ़ाई ठंड,घरों में दुबके लोग - rain with cold wind increase cold
Impact of Michong storm in Shahdol: शहडोल में मिचोंग तूफान का असर देखने को मिल रहा है.जिले में ठंडी हवा के साथ रिमझिम बारिश का दौर जारी है. सर्द हवाओं से ठंड बढ़ गई है और लोगों का हाल बेहाल है.मौसम विभाग का कहना है कि अभी दो से तीन दिन ऐसा ही मौसम रहेगा और आने वाले समय में ठंड और बढ़ेगी.
शहडोल।बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफान मिचोंग का असर मध्य प्रदेश के शहडोल संभाग में भी देखने को मिल रहा है. तूफान के चलते मंगलवार की शाम से ही ठंडी हवाएं चल रहीं थीं और रात में बारिश का दौर भी देखने को मिला. वहीं बुधवार की सुबह से रिमझिम बारिश का दौर जारी है.बारिश के चलते तेज ठंड ने दस्तक दे दी है.
शहडोल में मिचोंग तूफान का असर
जिले में मिचोंग तूफान का असर: जिले में मिचोंग तूफान का असर देखने को मिल रहा है. दिनभर आसमान में बादल छाए रहे.ठंडी हवाओं के चलते सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. जरूरी काम से ही लोग घरों से निकले. सर्द हवाओं के चलते लोग अब घरों में अलाव का सहारा ले रहे हैं.
ठंड से लोगों का हाल बेहाल: कड़कड़ाती ठंड और बारिश ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है. खास तौर पर सुबह से स्कूल और ऑफिस जाने वाले लोग परेशान हैं. सर्द हवाओं के चलते ठंड दोगुनी हो गई है तो बारिश के चलते लोग घरों में दुबके हैं. इस बिगड़े मौसम से लोगों का हाल बेहाल है.
बारिश के चलते सड़कों पर सन्नाटा
कब तक रहेगा ऐसे मौसम का हाल:मौसम वैज्ञानिक गुरप्रीत सिंह गांधी बताते हैं कि यह जो मौसम में बदलाव देखने को मिला है यह बंगाल की खाड़ी में उठे मिचोंग तूफान का ही असर है.इसकी वजह से ही मौसम बिगड़ा हुआ है. बारिश हुई है और अभी यह मौसम ऐसा ही बना रहेगा. 7 और 8 दिसंबर को भी बारिश हो सकती है और बादल छाए रहेंगे. तापमान में थोड़ी और गिरावट दर्ज की जा सकती है. इस तरह से मिचोंग तूफान का असर अभी दो-तीन दिन तक शहडोल जिले में देखने को मिल सकता है. आने वाले समय में ठंड और बढ़ेगी.
किसानों में कहीं खुशी कहीं गम:मौसम के बिगड़े हुए हालात को लेकर कुछ किसानों में जहां खुशी की लहर है तो कुछ किसानों में गम का भी माहौल है. वो किसान खुश हैं जो गेहूं की खेती कर रहे हैं. जिनकी फसल लग चुकी है उनके लिए अच्छी बात यह है कि सिंचाई नहीं करनी पड़ रही है और फसल के लिए पानी अमृत के समान है. तापमान में गिरावट के चलते फसल को बहुत फायदा होगा. लेकिन अभी भी कई किसान खेतों से धान की फसल नहीं उठा पाए हैं क्योंकि इससे पहले भी पिछले कुछ हफ्ते से जिले में मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ था. और उनकी फसलें सूख नहीं पाई थीं और फिर बारिश ने धान वाले किसानों को चिंता में डाल दिया है.