शहडोल। जिला चिकित्सालय में सिलसिलेवार तरीके से पिछले कुछ दिन में हुई बच्चों की मौत का मामला अब राजनीतिक तूल पकड़ रहा है. इस मामले को लेकर जहां कांग्रेस ने अपनी जांच दल टीम भी भेज दी है, तो वहीं अब तक बीजेपी के किसी भी किसी भी विधायक, सांसद या मंत्री ने जिला अस्पताल का दौरा नहीं किया है. हालांकि 8 दिसंबर को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी जरूर शहडोल पहुंच रहे हैं. जबकि सांसद और विधायक की गैरमौजुदगी पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. हालात यह है कि यह जनप्रतिनिधि जिला अस्पताल तो नहीं पहुंचे, लेकिन उनका कोई बयान भी सामने नहीं आया है. इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस अब लगातार बीजेपी पर निशाना साध रही है.
शहडोल मामले पर राजनीतिक गलियारों में भी अब आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है. इस पूरे घटनाक्रम में जहां एक ओर खुद मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ने संज्ञान लिया तो वहीं सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि जिले के लोकल जनप्रतिनिधि विधायक-सांसद कोई भी अब तक अस्पताल का निरीक्षण करने भी नहीं पहुंचा और ना ही उनका किसी तरह का इस मामले को लेकर कोई बयान आया है. इतना ही नहीं संभाग में एक नहीं दो-दो मंत्री हैं. एक मंत्री अनूपपुर और एक मंत्री उमरिया जिले में है. लेकिन उन मंत्रियों का भी इस मामले को लेकर कोई बयान नहीं आया है. ऐसे में बीजेपी के इस रवैया को लेकर कांग्रेस उस पर आरोप लगाने शुरू कर चुकी है.
कहां गायब हैं विधायक सांसद ?
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अजय अवस्थी का कहना है कि ये इतना संवेदनशील मुद्दा है, कि लगातार हमारे यहां नवजात बच्चों की मौत हो रही है और ज़िम्मेदार जनप्रतिनिधी गायब हैं. यहां के जिम्मेदार जन प्रतिनिधि अब तक अस्पताल नहीं पहुंचा है, और न ही उनका कोई बयान आया है. प्रवक्ता अजय अवस्थी का कहना है कि मेरा आरोप जिला प्रबंधन पर है, ये लोग इन चीजों को गंभीरता से नहीं लेते हैं. इसके कारण इतने बच्चों की मौत हुई.
कांग्रेस का आरोप
अजय अवस्थी ने कहा कि मेरा आरोप ये भी है कि इन बच्चों की मौत को यहां का स्वास्थ्य अमला आज भी गंभीरता से नहीं ले रहा है. लगातार लापरवाही बरती जा रही है. जिससे मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि मेरा प्रशासन से आग्रह है आने वाले समय में अगर प्रशासन सुधार नहीं करता है तो कांग्रेस उग्र आंदोलन करेगी.