MP Election 2023: आदिवासी शहडोल संभाग में BJP ने पुराने चेहरों पर ही खेला दांव, जानिए- इन प्रत्याशियों की जमीनी हकीकत - बीजेपी की चौथी लिस्ट
बीजेपी ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों की चौथी लिस्ट जारी कर दी है. आदिवासी बाहुल्य शहडोल संभाग की भी कुछ सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया गया है. बीजेपी ने एक बार फिर अपने पुराने मंत्री और विधायकों पर ही भरोसा जताया है. उन्हें एक बार फिर से मैदान में उतारा है. MP Election 2023
आदिवासी शहडोल संभाग में BJP ने पुराने चेहरों पर ही खेला दांव
शहडोल।शहडोल संभाग की चार विधानसभा सीटों पर बीजेपी ने नामों का ऐलान किया है. शहडोल जिले की दो विधानसभा सीट जयसिंहनगर और जैतपुर विधानसभा सीट पर बीजेपी ने अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है. बीजेपी ने अपने पुराने चेहरों पर ही भरोसा जताया है, लेकिन उनकी सीटों की अदला-बदली कर दी है. जैतपुर विधानसभा सीट पर जयसिंहनगर विधानसभा सीट के वर्तमान विधायक जयसिंह मरावी को टिकट दिया है तो वहीं जयसिंहनगर विधानसभा सीट पर जैतपुर विधानसभा सीट की विधायक मनीष सिंह को टिकट दिया है. बीजेपी का यह फैसला सभी को हैरान कर रहा है.
मीना सिंह पर पूरा भरोसा :उमरिया जिले के मानपुर विधानसभा सीट से मीना सिंह को ही टिकट दिया है. मीना सिंह मंत्री भी हैं. वहीं अनूपपुर जिले की अनूपपुर विधानसभा सीट पर वर्तमान विधायक व मंत्री बिसाहूलाल सिंह को टिकट दिया. जैसा कि पहले लोग कयास लग रहे थे कि बिसाहुलाल को शायद ही टिकट मिले, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. बिसाहू लाल साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से चुनाव लड़े थे. जब कांग्रेस के कुछ विधायक बीजेपी में शामिल हुए तो उसमें बिसाहूलाल भी शामिल थे और उपचुनाव में जीतकर फिर से विधायक बने थे.
जयसिंह मरावी पर दांव :इन सीटों पर बीजेपी ने मंत्री और विधायकों पर भरोसा जताया है. बीजेपी का बड़ा आदिवासी चेहरा जयसिंह मरावी को पिछली बार साल 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान जैतपुर विधानसभा सीट से टिकट काटकर जयसिंह नगर विधानसभा सीट से टिकट दिया गया था, वहां से भी जीते और अब एक बार फिर से उनके सीट को बदला गया है. जैतपुर विधानसभा सीट से उन्हें मैदान पर उतारा गया है. जयसिंह मरावी अभी लगभग 71 साल के हैं. जयसिंह मरावी बीजेपी के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं.
बिसाहूलाल को फिर टिकट
मनीषा सिंह की राह आसान नहीं : मनीषा सिंह पिछली बार पहली बार ही विधानसभा के चुनावी मैदान पर उतरी थीं. मनीषा सिंह को जैतपुर विधानसभा सीट से टिकट दिया गया था. जहां से मनीषा सिंह एक कड़े मुकाबले में जीतकर पहली बार विधायक बनी और इस बार एक बार फिर बीजेपी ने उन पर भरोसा जताया है. इस बार मनीषा सिंह के लिए भी चुनौतियां कम नहीं होगी. क्योंकि जयसिंहनगर विधानसभा सीट जिला मुख्यालय की सीट है और किसी भी नेता के लिए यहां से मुकाबला अक्सर ही बहुत कठिन होता है.
मीना सिंह क्यों हैं अजेय : उमरिया जिले के मानपुर विधानसभा सीट से मीना सिंह को टिकट दिया गया है. मीना सिंह वर्तमान में मंत्री हैं. वह बीजेपी की ऐसी नेता हैं, जो लगातार जीत दर्ज कर रही हैं. अब तक वह अजेय हैं. मानपुर विधानसभा सीट 2008 के परिसीमन के बाद से बना और 2008 से ही लगातार मीना सिंह इस सीट से चुनाव लड़ रही हैं. 2008, 2013 और 2018 तीनों विधानसभा चुनाव में मीना सिंह भारी मतों से जीत कर आईं. अब एक बार फिर से वह मैदान में हैं. इस बार के चुनाव में मीना सिंह के लिए भी चुनौतियां कम नहीं हैं.
बिसाहूलाल को फिर टिकट :अनूपपुर विधानसभा सीट से विधायक बिसाहू लाल को ही टिकट दिया गया है. बिसाहू लाल अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र में कितने मजबूत प्रत्याशी हैं, राजनीतिक जानकार मान भी रहे थे कि अगर भारतीय जनता पार्टी अपने इस नेता को टिकट नहीं देती है तो वह बड़ी भूल करेगी, क्योंकि बिसाहूलाल के अलावा इस सीट पर बीजेपी का कोई भी नेता मजबूती के साथ ताल नहीं ठोक सकता. बिसाहूलाल आज भी अनूपपुर विधानसभा सीट पर एक मजबूत और बड़े दावेदार माने जाते हैं. उम्र की इस दहलीज पर आ खड़े हुए बिसाहूलाल के लिए भी इस सीट पर साल 2023 के विधानसभा को जीतना इतना आसान नहीं होगा, उनके सामने भी बड़ी चुनौतियां हैं.