शहडोल। जिले भर में आफत की बारिश हुई, नदी और नाले उफान पर हैं , कई रास्ते बंद हो गए, कई फसल बर्बाद हो गईं तो कुछ फसल बर्बादी की कगार पर हैं. किसान उड़द और सोयाबीन की खेती को लेकर परेशान हैं. वहीं मक्के की खेती को जंगली सुअरों ने बर्बाद कर दिया. अगर बारिश का ये सिलसिला बंद नहीं हुआ तो धान की फसल भी बर्बाद हो जाएगी. आफत की इस बारिश के बीच चौपट हुई फसल का हाल सामने लाने ईटीवी भारत की टीम कुछ खेतों में पहुंची, जहां उड़द, तिल और सोयाबीन की फसल बर्बाद और किसान के माथे पर चिंता की लकीरें साफ देखने को मिली.
सड़कर दोबारा उगने लगा उड़द
कुछ किसानों के खेतों में उड़द की फसल पक गई है, तो वहीं कुछ किसानों ने उड़द के फसल की कटाई भी कर दी है, लेकिन बारिश की वजह से उड़द खेतों में ही सड़ रहा है. उड़द में फिर से उनके बीज जमने लगे हैं, जो अब किसानों के किसी काम का नहीं रहा, तिल की फसल भी लगभग लगभग बर्बाद हो चुकी है.
सोयाबीन ने भी किया हताश
खेतों में जलभराव से सोयाबीन कि फसल भी बर्बाद हो गई है. सोयाबीन की खेती करने वाले चटहा गांव के किसान मेलाराम बैगा परेशान हैं, क्योंकि उनकी सोयाबीन की फसल इस आफत की बारिश में बर्बादी की कगार पर है. चटहा गांव के दूसरे किसान सत्यकुमार सिंह कहते हैं कि सोयाबीन की फसल तो बर्बादी की कगार पर है ही साथ ही कुछ किसानों के खेत में तो उड़द की फसल कटी पड़ी थी, बारिश आई जिसकी वजह से फसल बर्बाद हो गई वो खेत में ही जमने लगी है. अब किसान इस फसल का क्या करेगा, इसके अलावा तिल का हाल भी कुछ वैसा ही है.
क्या कहते हैं अधिकारी
किसान विकास एवं कृषि विकास के संयुक्त संचालक जेएस पेन्द्राम के मुताबिक पिछले कुछ दिन से जिले में लगातार बारिश हुई है, जो धान की फसल के लिये तो ठीक है लेकिन उड़द, तिल और सोयाबीन की फसल पकने की अवस्था में आ चुकी हैं, उसमें जरूर समस्या आ रही है. सर्वे करने के बाद ही पता चलेगा कि कितना नुकसान हुआ है और किस तरह का नुकसान हुआ है.
इन फसलों के इस तरह से खेतों में ही बर्बाद हो जाने से किसान परेशान नजर आ रहे हैं. ये हालात कहीं एक जगह नहीं हैं ईटीवी भारत की टीम चटहा, सिगुड़ी, मिठौरी, कठौतिया, पठरा ऐसे कई गांवों में पहुंची जहां हाल बेहाल ही नजर आए. इस आफत की बारिश ने खेती करने वाले जिलेभर के किसानों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है.