शहडोल।राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 151वीं जयंती पूरा देश मना रहा है. उनका पूरा जीवन अन्याय के खिलाफ समर्पित रहा. यही कारण है कि बापू के विचार आज भी दुनिया में जिंदा हैं. उनके विचारों को आगे की पीढ़ी तक ले जाने के लिए कई प्रयास भी किए जा रहे है. इसी का एक उदाहरण है शहडोल जिले का ढोलकू गांव. इस गांव में महात्मा गांधी का मंदिर बना है. जहां हर साल 2 अक्टूबर के दिन मेले का आयोजन भी किया जाता है.
बापू का मंदिर
यह मंदिर शहडोल जिला मुख्यालय से लगभग 50 से 55 किलोमीटर दूर ढोलकू ग्राम पंचायत में बना है. इसका निर्माण साल भर बहने वाले जमुना नाला के किनारे किया गया है. कल-कल आवाज में कभी न सूखने वाली बहती जलधारा. चारो और चट्टान और बीच में बना गांधीजी का ये मंदिर बहुत ही आकर्षक लगता है. इस कारण यह आस पास काफी प्रसिद्ध भी है. इलाके में छोटे बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक को इस मंदिर की जानकारी है.
गांधी वादी विचारक दिनेश शर्मा ने कराया था निर्माण
यहां पहुंचने से लोगों को आत्मीय शांति मिलती है. इस मंदिरा का निर्माण साल 2017 में गांधीवादी विचारक दिनेश शर्मा ने कराया था और मंदिर में गांधीजी की प्रतिमा भी स्थापित की गयी थी. वे इस मंदिर में पूजा भी किया करते थे, लेकिन अब उनके देहांत के बाद उनके बच्चे पिता की परंपरा को आगे ले जा रहे हैं और बापू के विचारों को सब तक पहुंचा रहे हैं.