शहडोल : महाशिवरात्रि के इस महापर्व में अलग-अलग राशियों पर भी अलग-अलग प्रभाव होगा और अलग-अलग राशि के जातक शिव की विशेष प्रकार से आराधना करके पुण्य कमा सकते हैं. पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि धनु, मकर और कुंभ राशि में शनि की साढ़ेसाती चल रही है और कन्या राशि में शनि वक्री हैं ऐसे में इस महाशिवरात्रि में शिव की विशेष आराधना करके इन राशियों के जातक विशेष लाभ ले सकते हैं.
ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री ने बताया कि महाशिवरात्रि के दिन कुछ ऐसी राशियां (Mahashivratri rashifal worship) हैं जिनका गलत समय चल रहा है वो शिव की विशेष आराधना करके दिक्कतों को दूर कर सकती हैं. शुभ मुहूर्त (Mahashivratri subh muhurta) : महाशिवरात्रि एक मार्च को सुबह 3:16 मिनट से शुरू होकर दो मार्च को सुबह 10 तक रहेगी. शिवरात्रि की रात को पूजा चार पहर में की जाती है. पहले पहर की पूजा शाम 6:21 बजे से रात्रि 9:27 बजे के बीच की जाएगी. शाम के समय 05.48 बजे से 06.12 बजे तक गोधूलि मुहूर्त रहने वाला है.
मेष राशि- मेष राशि के जो जातक होते हैं वो शिवरात्रि के दिन शिव जी की पूजा करें, 3-3 बेलपत्र शिवजी के ऊपर चढ़ा दें हालांकि उनका समय अच्छा चल रहा है, लेकिन ऐसा करने से और अच्छा हो जाएगा.
वृष राशि- वृष राशि की बात करें तो वृष राशि में वर्तमान में गुरु और शुक्र की दृष्टि पड़ रही है उत्तम समय चल रहा है, फिर भी जातक 9 बजे से लेकर 12 बजे के बीच शिव जी का पूजन विधि विधान से करें.
मिथुन राशि- मिथुन राशि के जातक जो भी है उनके लिए भी समय उत्तम रहेगा ऐसे जातक शिव की आराधना करें. पूजा अर्चन करें चावल चढ़ाएं बेलपत्र चढ़ाएं तो और सुखद समय रहेगा.
कर्क राशि - कर्क राशि वालों के लिए शिव जी का दर्शन करें. ओम नमः शिवाय का जाप करें, इससे उनके काम बनेंगे. कोई भी काम बिगड़ा है तो सुधार आएगा और अच्छा समय आएगा
सिंह राशि- सिंह राशि वालों के लिए बहुत उत्तम समय रहेगा सिंह राशि का स्वामी सूर्य है और सूर्य की दृष्टि सीधे सिंह राशि पर पड़ रही है ऐसे जातक अगर शिवजी की आराधना करते हैं पूजन करते हैं या दर्शन कर लेते हैं इनका भी उत्तम समय रहेगा.
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