Mahashivratri 2023: 18 फरवरी शनिवार के दिन फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष के चतुर्दशी के दिन महाशिवरात्रि का त्यौहार है. (Mahashivratri 2023) महाशिवरात्रि के दिन शिव जी की विशेष पूजा की जाती है, महाशिवरात्रि का दिन शिव का दिन माना जाता है, और इस दिन शंकर जी की हर जगह विशेष पूजा पाठ की जाती है, शिवालयों में दिनभर पूजा-पाठ का दौर चलता रहता है. शिव मंदिरों में शिव भक्तों की भीड़ लगी रहती है कुल मिलाकर शिवभक्त भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए इस दिन कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ते हैं. ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं इस बार महाशिवरात्रि के दिन विशेष योग बनने जा रहा है जिसमें एक ही राशि कुंभ राशि में 3 ग्रह एक साथ आ रहे हैं जिससे ये त्रियोग बन रहा है.
महाशिवरात्रि पर त्रियोग:ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री के अनुसार 18 फारवरी को महाशिवरात्रि है, और इस दिन 3 गृह एक ही राशि कुम्भ राशि में त्रियोग बना रहे. कुंभ राशि का स्वामी शनि है, और शनि पहले से ही अपने घर में बैठा हुआ है, और कुंभ राशि में ही 18 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन सूर्य का भी प्रवेश होने रहा है और इसी दिन इसी राशि में चंद्रमा का भी प्रवेश होने जा रहा है यानी 3 ग्रह एक साथ कुंभ राशि में विराजमान हो रहे हैं.
कुंभ राशि के जातकों पर असर:तीनों ग्रह एक साथ कुंभ राशि में विराजमान हो रहे हैं. महाशिवरात्रि के दिन सूर्य, शनि और चंद्र तीनों एक ही राशि में रहेंगे और तीनों एक दूसरे के विरोधी हैं. सूर्य का जिस घर में प्रवेश होगा शनि का वो घर है और चंद्रमा भी रहेगा. तीनों अलग-अलग अपना वहां से संचालन करेंगे, जिससे इस राशि के लोगों को नुकसान होने की संभावना बनेगी.
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