शहडोल। रेत कारोबारी और एक महिला अधिकारी के वायरल ऑडियो का मामला सामने आया है, जो तूल पकड़ता जा रहा. सोशल मीडिया में इस ऑडियो को रेत कारोबारी और शहडोल जिले के गोहपारू रेंजर पुष्पा सिंह की बातचीत के नाम से वायरल किया जा रहा था, जिसके बाद अब सीसीएफ ने कड़ा कदम उठाते हुए पुष्पा सिंह को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है. साथ ही उन्हें उमरिया डिवीजन में अटैच कर दिया गया है.
इस पूरे मामले की जांच कमेटी भी गठित कर दी गई है, जो सात दिन के अंदर अपनी जांच रिपोर्ट सीसीएफ शहडोल को सौंपेगी. इस कमेटी में सोहागपुर और राजेंन्द्रग्राम के एसडीओ को शामिल किया गया है.
सीसीएफ पीके वर्मा के मुताबिक वायरल ऑडियो में जो बातें कही गई हैं और जो बातें सामने आई हैं उन सभी कंटेंट की जांच कमेटी करेगी. वहीं जरूरत पड़ने पर जांच के लिए अन्य विभागों की भी मदद ली जाएगी. सीसीएफ पीके वर्मा ने कहा है कि जांच किसी भी तरह से प्रभावित ना हो इसलिए रेंजर पुष्पा सिंह को उमरिया डिवीजन से अटैच कर दिया गया है. गौर करने वाली बात ये भी है कि अब वन विभाग के आला अधिकारी भी इस बात को जानना चाह रहे हैं कि आखिर सच्चाई क्या है, क्योंकि पहले जहां जांच रिपोर्ट को 15 दिन में पूरा करने का समय दिया गया था. वहीं अब इसे महज 7 दिन के अंदर ही पूरा करके शहडोल सीसीएफ को सौंपना है.
बता दें कि शहडोल जिले में बीते बुधवार को एक वायरल ऑडियो सुर्खियों में रहा है, जिसे गोहपारू रेंजर पुष्पा सिंह और एक रेत कारोबारी का बताकर वायरल किया जा रहा था, उस ऑडियो में जिस तरह की बातें की गई थीं, उसके बाद तो आला अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया. उस ऑडियो की सच्चाई हर कोई जानना चाह रहा है कि आखिर उसके पीछे का सच क्या है.