शहडोल। जिले में कोरोना वैक्सीनेशन (corona vaccination) का कार्य काफी तेजी के साथ चल रहा है. यहां जैसे-जैसे समय बीतता जा रहा है, यह कार्य और रफ्तार पकड़ता जा रहा है. लोगों को वैक्सीनेशन कराते देख अन्य लोगों में भी इसके प्रति जागरूकता पैदा हो रही है, जिसके चलते जिले में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान लगातार तेजी से आगे बढ़ रहा है. दरअसल, जिला भले ही आदिवासी बाहुल्य है लेकिन वैक्सीनेशन के मामले में ये जिला बहुत आगे है.
कोरोना वैक्सीनेशन की स्थिति पर नजर डालें तो जिले में अब तक लगभग 2,21,609 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है. वहीं, 18,291 लोगों को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज भी लग चुकी है. इस तरह से देखा जाए तो, जिले में जैसे-जैसे वक्त बीतता जा रहा है और लोग कोरोना वैक्सीन लगवाते जा रहे हैं. दरअसल, वैक्सीनेशन कराने वालों में अचानक तेजी से जागरूकता आने के पीछे का एक कारण ये भी है कि ये लोग दूसरे लोगों को कोरोना वैकसीन लगवाते देख उनसे प्रेरणा लेकर वैक्सीन लगवाने के लिए सामने आ रहे हैं.
कोविड प्रभारी मंत्री की समीक्षा के बाद क्या हैं हालात?
हाल ही में कोविड प्रभारी मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने जिलेभर की समीक्षा बैठक की थी, जिसमें न केवल कोरोना कि स्थितियों पर चर्चा हुई बल्कि वैकसीनेशन को लेकर भी समीक्षा की गई थी. उसके बाद से देखा जाए तो जिले में वैक्सीनेशन को लेकर लगातार रफ्तार बढ़ती गई है और हर दिन कोरोना का टीका लगवाने वालों की संख्या भी बढ़ती गई है. एक आंकड़े के मुताबिक, कोरोना प्रभारी मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने 24 मई को जिले में बैठक की थी. उससे पहले 23 मई तक यहां लगभग 1,45,424 लोगों को कोरोना वैकसीन की पहली डोज लगी थी, और उसके बाद से 9 जून तक वैक्सीन के आंकड़े पर नजर डालें तो यह आंकड़ा बढ़कर 2,21609 तक पहुंच गया है. महज कुछ ही दिनों में 24 मई से लेकर 9 जून तक के आंकड़े देखें तो 76,150 लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगी है, जो जिले में कोरोना वैक्सीनेशन की रफ्तार को दिखाता है.