शहडोल।कानपुर इन दिनों सुर्खियों में है वजह विकास दुबे नाम का गैंगस्टर. जिसने 8 पुलिस कर्मियों की बेरहमी से हत्या की और फिर उसके बाद फरार हो गया और अब यूपी पुलिस को उसकी तलाश है. कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव के इस मामले के तार शहडोल से जुड़ रहे हैं. यूपी एसटीएफ की टीम ने पहले शहडोल जिले के बुढ़ार से विकास दुबे के साले ज्ञानेन्द्र निगम उर्फ राजू के लड़के को उठाया और फिर बुधवार को ज्ञानेन्द्र निगम उर्फ राजू को भी लेकर चली गई है.
ज्ञानेन्द्र निगम की पत्नी ज्ञानेन्द्र की बहन से विकास ने की थी लव मैरिज
ज्ञानेन्द्र निगम उर्फ राजू की पत्नी पुष्पा निगम बताती हैं, उनके पति कानपुर के शास्त्री नगर के रहने वाले हैं और विकास दुबे से उनकी बहन की शादी के पहले दोस्ती यारी थी. लेकिन जब विकास ने उनकी बहन से लव मैरिज की तभी से उनके बीच में मन मुटाव हो गया था. कई मामलों में जब इनका नाम विकास के साथ जुड़ने लगा तो वे शहडोल आकर रहने लगे और काम धंधा शुरू कर दिया.
15 साल से टूटा है नाता
पुष्पा निगम बताती हैं, '14 से 15 साल से हमें कोई दिक्कत नहीं है, कोई प्रॉब्लम नहीं है और न ही मेरे पति को कोई समस्या थी. हम लोग बहुत अच्छे से रह रहे थे. इस मामले के बारे में भी हमें विकास से कोई लेना देना नहीं था, लेकिन पता नहीं हमें क्यों तंग किया जा रहा है. पहले एसटीएफ ने हमारे बेटे को गिरफ्तार किया और अब पति को गिरफ्तार कर लिया है.'
पुलिस की मदद करेंगे
पुष्पा कहती हैं, 'बेटे के ले जाने के बाद उनके पति और वो बुढ़ार थाने गए थे, जहां टीआई ने कहा था कि आप परेशान न हों ये सिर्फ एक पूछताछ की प्रोसेस है, लेकिन अब एसटीएफ ने पति को भी गिरफ्तार कर लिया है, जबकी एडिशनल एसपी के पास हम कह चुके हैं कि हमारा विकास से कोई नाता नहीं है, हमें इस मामले में कोई जानकारी नहीं है. हम प्रशासन की पर मदद करने को तैयार हैं, लेकिन पुलिस इस तरह से परेशान न करें.'
विकास का साला शहडोल में करता है व्यापार
ज्ञानेंद्र निगम शहडोल के बुढ़ार में पिछले कई साल से अपना व्यापार कर रहा है, मंगलवार को राजू ने इस बात को लेकर कहा भी था कि उसने 15 साल से विकास दुबे से कोई संपर्क नहीं रखा है और न ही कोई फोन किया है, वो कानपुर की जिंदगी को भुलाकर अब शहडोल में अपना व्यापार कर रहा है. पिछले 15 साल से सबकुछ छोड़ चुका है, विकास दुबे से उसका कोई संपर्क नहीं है.