शहडोल। हाल ही में हुई बारिश के बाद पारा लगातार गिर रहा है. मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है, वहीं कोहरा भी छाया है. ठंड में अक्सर बच्चों और बुजुर्गों केस्वास्थ्य को लेकर समस्याएं होती रहती हैं. ऐसे में अगर सावधानी न रखी जाए, तो यह महंगा पड़ सकता है. ठंड में कैसा हो आपका खानपान और किन घरेलू नुस्खों को अपनाकर आप रह सकते हैं सेहतमंद, ये बता रहे हैं आयुर्वेद और पंचकर्म विशेषज्ञ डॉक्टर तरुण सिंह.
कैसे रखें ठंड में अपना ख्याल ठंड से बचने के घरेलू नुस्खे
आयुर्वेदिक चिकित्सक तरुण सिंह बताते हैं कि ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े जरूर पहनें, हाथ की हथेलियों और पैर के तलवों को कवर करके रखना चाहिए. तलवों की सिंकाई करते रहें, गैस की समस्या है तो खाने में हींग का प्रयोग करें, इससे ठंड के अलावा भी कई बीमारिया कंट्रोल में रहती हैं. अदरक, पिपली सोंठ, काली मिर्च का सेवन ज्यादा लाभकारी होता है.
विंटर डायरिया का होता है खतरा
छोटे बच्चों को ठंड लग जाने पर विंटर डायरिया होने का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में सेंधा नमक, हल्दी, शहद को मिलाकर पेट में लेपन करना चाहिए, इससे विंटर डायरिया ठीक हो जाता है. सोंठ गुड़ और हल्दी के लड्डू का सेवन बहुत ही कारगर होता है. बच्चों के शरीर के ओपन हिस्सों को ढंककर रखना चाहिए. ठंड में कई बार दमा बढ़ जाता है, ऐसे में डॉक्टर को दिखाना चाहिए.
ठंड के दिनों में कैसी रखें डायट
ठंड के दिनों में जितनी भी सीजनल चीजें हैं वो खानी चाहिए. अगर आपको कोई दिक्कत नहीं है, तो आप अपने उम्र, काम और अपने लाइफ स्टाइल के हिसाब से पूरा खाना खाइए. कुछ चीजें बिलकुल भी न खाएं, जो सीजन के अगेंस्ट हैं, क्योंकि ठंड में खाद के मदद से कुछ भी उगाया जा सकता है, इसलिए उन्हें अवॉयड करना चाहिए. बीमार लोगों को खाने में थोड़ा ख्याल रखना चाहिए और जरूरी वर्क आउट करना चाहिए.
शरीर का टेंपरेचर रखें मेंटेन
ठंड के दिनों में शरीर का तापमान गिरने लगता है. यंग एज के लोगों के लिए तो ठीक होता है, क्योंकि वह वर्कआउट कर शरीर का तापमान मेंटेन कर लेते हैं, लेकिन बुजुर्गों को ठंड से बच के रहना चाहिए. वह मेहनत नहीं करते हैं, काम कम हो जाता है, जिससे शरीर का टेम्परेचर मेंटेन नहीं हो पाता. लोगों की चाहिए कि बुजुर्गों की तेल से मालिश करें, स्टीम बाथ करवाएं, गर्म पानी से नहाने को कहें और पर्याप्त धूप में बैठाएं.
मरीज रखें सावधानी
अगर हम ठंड के मौसम में ज्यादा एक्सपोज़ हो रहे हैं तो भोर या रात में परेशानी हो सकती है. इस मौसम में लोगों को सर्दी बुखार हो जाता है. बीपी, कार्डिएक, रिनाल पेशेंट्स को ज्यादा दिक्कत होती हैं. बीपी पेशेंट्स मेडिकेशन बन्द न करें, अगर आप हार्ट पेशेंट्स हैं, तो रेगुलरली अपने डॉक्टर से मिलते रहे. कोलेस्ट्रॉल की दिक्कत वाले लोगों को धूप में पैदल चलना चाहिए.