शहडोल। प्रदेश के कई जगहों पर अतिवृष्टि के कारण किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है. कमलनाथ सरकार प्रदेश में किसानों के लिए भले ही लाख दावे कर रही है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. यहां सारे दावे फेल नजर आ रहे हैं.
भारी बारिश से बर्बाद हुई फसलों का किसानों को नहीं मिला मुआवजा, सरकार के सभी दावे फेल - Kamal Nath government
प्रदेश में अतिवृष्टि के कारण किसानों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है. शहडोल जिले के किसानों को अभी तक मुआवजे की राशि नहीं मिली है. वहीं फसलों का सर्वे भी नहीं हुआ है, इसके साथ ही सरकार के सभी दावे फेल नजर आ रहे हैं.
![भारी बारिश से बर्बाद हुई फसलों का किसानों को नहीं मिला मुआवजा, सरकार के सभी दावे फेल](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-4980260-thumbnail-3x2-img.jpg)
भारी बारिश से किसानों की फसलों को नुकसान हुआ था, सोयाबीन, उड़द, तिल और मक्का की खेती करने वाले किसानों को बहुत नुकसान हुआ है. शहडोल जिले के किसान जिन्होंने उड़द, तिल और सोयाबीन की खेती की वे सभी परेशान हैं. उनका भारी नुकसान हुआ है.
शहडोल जिले के सोहागपुर ब्लॉक के करीब 20 से 25 गांव ऐसे हैं जो सोयाबीन, उड़द, तिल और मक्के की खेती बड़े तादाद में करते हैं, लेकिन इस बार अतिवृष्टि ने किसानों की कमर तोड़ दी है. किसानों के सोयाबीन की करीब 90 प्रतिशत फसल बर्बाद हो गई है. किसानों का कहना है कि उनके नुकसान की भरपाई करने वाला कोई नहीं है. शासन-प्रशासन हर किसी को जानकारी दी गई, लेकिन कोई बोलने वाला नहीं है. उन्होंने कहा कि फसलों का सर्वे भी नहीं किया गया है और न ही मुआवजा मिला है.