शहडोल। गैजेट्स और हाई क्वॉलिटी कैमरों वाली मोबाइल की दुनिया में पहले ही फोटो स्टूडियो संचालकों के काम पर ग्रहण लगा हुआ था और अब इस कोरोना काल ने व्यापारियों के काम पर पूरी तरह से ताला बंदी कर दी है. स्टूडियो संचालकों को पहले ही शादी, पार्टी, सामाजिक कार्यक्रम में काम मिलता था. लेकिन कोरोना वायरस को रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन से वो भी बंद हो गया है. आलम ये है कि अब फोटो, वीडियो स्टूडियो का काम करने वाले व्यापारी काफी मुश्किल समय का सामना कर रहे हैं.
कैमरे के शटर पर 'कोरोना का ग्रहण', लॉकडाउन में फोटो स्टूडियो संचालकों का बुरा हाल - फोटो स्टूडियो पर लॉकडाउन का असर
शादियों के एल्बम हो या प्री-वेडिंग शूट, फोटोग्राफर और फोटो स्टूडियो संचालकों को शादी के इस सीजन में बहुत काम मिलता है. लेकिन लॉकडाउन के चलते अब इनके कैमरों पर ताला लग गया है, जिससे संचालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
स्टूडियो संचालक दिलीप साहू बताते हैं कि कोरोना काल ने पूरा व्यापार चौपट कर दिया है. सीजन की शुरूआत से पहले बहुत तैयारी करनी पड़ती है जैसे नए कैमरे खरीदना, सॉफ्टवेयर अपडेट करना. उन्होंने बताया कि एक इवेंट को कवर करके उसका एलबम बनाने के लिए हाई क्वालिटी मशीनरी और इक्विपमेंट्स रखने पड़ते हैं. लॉकडाउन के बाद न तो बुकिंग हो रही है और जो पुरानी बुकिंग थी वो भी कैंसल हो रही है. इसके अलावा कर्मचारियों की सैलरी, ऑफिस का रेंट, इलेक्ट्रिसिटी बिल देना मुश्किल हो रहा है.
वहीं फोटो स्टूडियो चलाने वाले धर्मेंद्र गुप्ता ने बताया कि गेजेट्स के जमाने में पहले ही लोगों के पास हाई क्वालिटी कैमरे आ गए हैं तो ऑफ सीजन में काम पूरी तरह से बंद रहता है. शादी, सामाजिक कार्यक्रमों में काम मिलता था. इससे रोजी-रोटी चलती थी. लेकिन लॉकडाउन में सब बंद है. गौरतलब है कि इस कोरोना काल ने स्टूडियो और फोटोग्राफी का काम करने वाले लोगों के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी कर दी है. क्योंकि इनके काम पूरी तरह से बंद हो गया है और इस वर्ग के लिए भी अब बड़ा संकट खड़ा हो गया है.