शहडोल। जिले में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. हर दिन काफी संख्या में कोरोना के संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. कोरोना के इस कहर का असर अब उपार्जन केंद्र, राशन दुकानों पर भी देखने मिल रहा है. उपार्जन कार्य में लगे 3 कर्मचारियों की कोरोना से मौत हो गई है.
तीन कर्मचारियों की कोरोना से मौत
शहडोल, अनूपपुर और उमरिया में उपार्जन कार्य में लगे सहकारी समितियों के 3 कर्मचारियों की मौत कोरोना से हो चुकी है, जबकि 45 से अधिक संक्रमित बताए जा रहे हैं. इसे लेकर न केवल कार्य में लगे कर्मचारी, बल्कि किसानों में भी दहशत का माहौल है. सहकारी समिति कर्मचारियों ने विभाग को कोरोना योद्धा कल्याण योजना में शामिल करने की मांग फिर से उठाई है.
सैकड़ों कर्मचारियों पर कोरोना संक्रमण का खतरा
उपार्जन कार्य और शासकीय राशन दुकानों से खाद्यान्न वितरण का कार्य सहकारी समिति के कर्मचारी करते हैं. करीब 100 समितियों के 700 से अधिक कर्मचारियों पर अब संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है. खरीदी का कार्य 1 अप्रैल से शुरू हो चुका है. 25 दिनों में ब्यौहारी के खैरा समिति प्रबंधक और उमरिया के मानपुर ब्लाक के अंतर्गत दो प्रबंधकों की संक्रमण से मौत हो चुकी है. कार्य पर लगे कर्मचारियों ने बताया कि संक्रमण रोकने की जो व्यवस्था हो सकती है वो तो किए जा रहे हैं, लेकिन खाद्य विभाग से कोई मदद नहीं की जा रही है. खाद्य विभाग एक सैनिटाइजर और दो मास्क दे रहा है. खरीदी कार्य में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो सकता. वहीं, राशन वितरण कार्य में पीओएस पर अंगूठा लगवाया जाता है, 20% ही अंगूठा लगाने के निर्देश हैं, लेकिन ये कैसे तय किया जा सकता है कि कौन संक्रमित है और कौन नहीं है. ऐसे में किसानों और राशन वालों में भी संक्रमण का खतरा बना हुआ है.