शहडोल। सावन का महीना चल रहा है और इस महीने में आप जहां भी जाएंगे, शिव भक्ति में रंगे हुए लोग मिल जाएंगे, सावन के सोमवार को कहीं शिवालयों में भक्तों की भीड़ तो कहीं शिवालयों में कावंड़ियों की भीड़ देखने को मिल रही है, लेकिन इस साल कोरोना काल के चलते जहां एक तरफ मंदिर में पहुंच रहे भक्तों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है, तो वहीं दूसरी तरफ कावंड़ियों पर भी कोरोना संकट का असर देखने को मिल रहा है.
कांवड़ यात्रा में दर्ज की गई गिरावट
लखबरिया धाम में दिव्य स्वरूप, और दर्शन को लालायित लोग, बोल बम के धुन में मन मस्त होकर पिछले चार दिन से नंगे पैर यात्रा कर रहे हैं, लेकिन कारोना काल में कांवड़ियों की यात्रा काफी संख्या में गिरावट दर्ज की गई है. मंदिर के पुजारी रामानुज मिश्रा की अगर मानें तो इनका भी कहना है कि श्रावण मास में कावड़ियों की संख्या हर साल बढ़ती है. लेकिन इस साल कोरोना के चलते कांवड़ियों की संख्या में कमी आई है.
कांवड़ यात्रा पर कोरोना का ग्रहण
इस साल जब देशभर में कोरोना का संकट अपने चरम पर है, तब ऐसा लगता है कि मानों हर साल आयोजित होने वाले इन मेलों और कांवड़ यात्रा पर भी कोरोना का ग्रहण लग गया है. सावन से कई दिन पहले ही जिन विशाल मेलों और यात्रा की तैयारियां हर साल शुरू हो जाती थीं, लेकिन इस साल फिलहाल ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है.