शहडोल।साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 8 नवंबर को होने जा रहा है जिसे लेकर ज्योतिषाचार्य ने सावधानी बरतने की सलाह दी है. ज्योतिषाचार्य और भगवताचार्य सूर्यकांत शुक्ला के मुताबिक इस बार चंद्र ग्रहण भरणी नक्षत्र मेष राशि में हो रहा है. सूतक चंद्र ग्रहण शुरू होने के 8 घंटे पहले से प्रारंभ हो जाएगा. ज्योतिषाचार्य के मुताबिक सूतक लगने से पहले ही सभी धार्मिक स्थल, देवालय घर के पूजा घर धार्मिक आयोजन बंद कर देने चाहिए. सूतक खत्म होने के बाद ग्रहण खत्म होने के बाद ही उन्हें पवित्र करते हुए खोलना चाहिए. आइए जानते हैं ज्योतिषाचार्य सूर्यकांत शुक्ला के अनुसार चंद्र ग्रहण के दौरान पूजा घर को किस तरह साफ करने से चमक सकती है किस्मत!
चंद्रग्रहण खत्म होने के बाद खुद को करें पवित्र:आचार्य सूर्यकांत शुक्ला बताते हैं कि चंद्रग्रहण जैसे ही खत्म हो, उसके बाद सबसे पहले पवित्री करें और पवित्री करने के लिए जल में गंगाजल डालकर पहले स्नान करें. (Chandra Grahan 2022)
इस मंत्र का जप करते हुए दें अर्घ्य, खुश होंगे चंद्र देवता:स्नान करने के बाद चंद्र देवता को तीन अंजली जल अर्घ दें, "ओम् सोमाय नमः" "ओम् चंद्राय नमः" का 11-11 बार जप करें, पुरुष वर्ग जो जनेऊ धारण करते हैं वो अपना जनेऊ बदलना न भूलें.
ग्रहण दान ऐसे निकालें:ज्योतिषाचार्य के मुताबिक ग्रहण दान करते समय भी सावधानी रखें और तीन अंजली गेहूं, एक अंजली दाल, एक अंजली आटा निकाल कर के ग्रहण दान के लिए रख दें और प्रातः काल फिर उसे दान कर दें.
देवालय की ऐसे करें सफाई:यह सब प्रक्रिया करने के बाद अपने देवालय या फिर पूजा घर या मंदिर के कपाट खोलें. सर्वप्रथम पूर्वाभिमुख (पूर्व की ओर घूमकर) होकर अपने मंदिर या देवालय को गंगाजल डालकर लेपन करें. इसके लिए पानी में थोड़ा गाय का गोबर और थोड़ा गंगाजल पानी में डाल कर के अपने मंदिर परिसर में लेपन करें जिससे भाग्य चमकेगी. देवालय की साफ सफाई के लिए और ज्यादा करना चाहते हैं तो गंगाजल, इत्र, कुमकुम, रोचन का मिश्रण बनाएं, और देवालय में छीटा मारे, पवित्री मंत्र पढ़ें.