शहडोल। दीपावली के त्योहार पर सड़कों के किनारे मिट्टी के दीपक बेचने वाले दुकानदारों को शहडोल के सीमेंट व्यापारी ने अनोखा तोहफा दिया है. सीमेंट व्यापारी ने एलान किया है कि वह दिवाली के बाद कुम्हारों के पास बचे हुए दीपक खरिदेगा. व्यापारी का कहना है कि वह कुम्हारों की दिवाली भी खुशियों की दिवाली बनाना चाहते है.
दरअसल मिट्टी के दीपक बेचने के लिए कुछ व्यापारी तो जिला शहडोल के ही हैं. वहीं अधिकतर लोग दूसरे जिलों से खासकर उमरिया के चंदिया से आकर यहां मिट्टी के दीपक बेचते हैं. बढ़ती महंगाई बदलते वक्त के साथ मौजूदा साल उनके मिट्टी के दीपक उतने नहीं बिक पा रहे हैं. जिससे मिट्टी के दीपक का व्यापार करने वाले व्यापारी काफी हताश हैं. व्यापारी की दीए खरिदने की घोषणा के बाद कुम्हार खुश नजर आ रहे है.
व्यापारी के एलान से खुश है कुम्हार
सीमेंट कारोबारी प्रकाश रस्तोगी जिन्हें गुड्डू रस्तोगी के नाम से भी जाना जाता है, उन्होंने दीपावली में मिट्टी के दीपक बेचने वाले छोटे व्यापारियों के लिए बहुत बड़ा एलान कर दिया है. जिसके बाद मिट्टी के दीपक बनाकर सड़क के किनारे दुकान लगाकर बेचने वाले इन दुकानदारों के मायूस चेहरों पर एक बार फिर से खुशी की लहर दौड़ गई है.
कुम्हारों की करना चाहते है मदद
सीमेंट व्यापारी प्रकाश रस्तोगी ने बताया कु मेरी कोशिश है कि कुम्हार चंदिया, उमरिया, कटनी आसपास के जगह से आ रहे है. इनकी स्थिति मैंने देखी थी और उनसे बात भी की थी. वहां उनकी काफी खराब स्थिति है. जो दीए कुम्हारों ने पिछले साल बनाए थे वह भी कोरोना के कारण नहीं बिके. इस साल भी इन्होंने दीए बना लिए. यदि हम इनकी मदद नहीं करेंगे, तो उन्हें काफी घाटा होगा. इसीलिए हमारी कोशिश है कि सारे मिट्टी के दीपक हम खरीद ले.
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