शहडोल. देश की सबसे बेस्ट स्वास्थ्य चिकित्सा प्रणाली आयुर्वेद कितना फायदेमंद है, इसका असर अक्सर हमने होते देखा है. इसी सिलसिले में आज हम नीम और तुलसी से जुड़े लाभदायक फैक्ट्स की जानकारी दे रहे हैं. आयुर्वेद चिकित्सा प्रणाली प्राकृति में पाई जाने वाली औषधी पर निर्भर करती है. ऐसे ही नीम और तुलसी हम कई जगह घरों में देखते हैं, यह स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होती हैं. अगर इनका सही से इस्तेमाल किया जाए, तो यह बहुत लाभ कारकर औषधि हैं. ETV Bharat के जरिए आज हम इनके सही उपयोग की जानकारी दे रहे हैं.
मानसून में इम्युनिटी रखें मजबूत: आयुर्वेदिक डॉक्टर अंकित नामदेव से जब इन औषधि युक्त पौधों के बारे में जानकारी जुटाई तो उन्होंने कई तरह से इसे फायदेमंद बताया. तुलसी और नीम इम्युनिटी को बढ़ाने में काफी मददगार हैं. दरअसल, बदलते मौसम की वजह से एटमॉस्फेरिक टेम्परेचर के साथ बॉडी को एडजेस्ट करना मुश्किल होता है. इससे कई बार शरीर में बीमारियां बढ़ जाती है. बीमारी का खतरा अक्सर उनमें ज्यादा होता है जिनकी इम्युनिटी बहुत कमजोर होती है. ऐसे में नीम और तुलसी औषधि के तौर पर काफी मददगार साबित होती.
इन बीमारी में फायदेमंद तुलसी: तुलसी के सेवन से कई फायदे होते हैं. इसका पौधा हर घर में पाया जाता है. एक्सपर्ट्स की मानें तो तुलसी के पत्तों को हर दिन सही मात्रा में सेवन करना चाहिए. इससे मुंह और गले की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है. एयरबोर्न इन्फेक्शन से बचाव करने में काफी मददगार साबित होते हैं. थ्रोट इनफेक्शन और टॉन्सिल जैसी बीमारियां होने की संभावना कम हो जाती है.
तुलसी का उपयोग ऐसे करें:आयुर्वेद में तुलसी को सुरसा बोला गया है. सुरसा यानि देवताओं की औषधि। तुलसी से कफ की समस्या से भी निजात मिलती है. तुलसी का उपयोग रोजाना 6 बजे से 8 बजे तक करना चाहिए. इसे आप चाय में डालकर भी पी सकते हैं. इसकी पत्तियों का काढ़ा बनाकर थोड़ा सा शहद भी डालकर पी सकते हैं. इसकी पत्तियों का पेस्ट बनाकर शहद के साथ खा सकते हैं. तुलसी को किस मात्रा में लेना चाहिए, ये सभी कुछ मरीज के ऊपर निर्भर करता है. साधारण तौर पर 5 से 10 तुलसी की पत्तियों का उपयोग करना चाहिए.
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