शहडोल। जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में मंगलवार को भमरहा ग्राम पंचायत के रोरापानी टोला के बैगा आदिवासी बिजली बिल और नोटिस लेकर पहुंचे. आदिवासियों का कहना था कि किसी मोहल्ले में 6 महीने से, तो किसी मोहल्ले में दो साल से लाइट नहीं है, लेकिन बिजली बिल जमा करने के लिए नोटिस भेज रहे हैं, तो अब हम क्या करें.
बिजली बिल और नोटिस लेकर पहुंचे बैगा आदिवासी, बोले- बिजली ही नहीं तो बिल कैसा - etv bharat
बिजली नहीं होने के बाद भी बिल आने से परेशान आदिवासी मंगलवार को जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे. इस दौरान इन्होंने कहा कि पहले ही हम फसल की बर्बादी से परेशान है, ऊपर से ये एक और समस्या आ खड़ी है.
![बिजली बिल और नोटिस लेकर पहुंचे बैगा आदिवासी, बोले- बिजली ही नहीं तो बिल कैसा Baiga tribals arrived only after receiving electricity bill and notice](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-6446409-323-6446409-1584465450247.jpg)
आदिवासियों का कहना है कि उनके यहां बीते कई महीनों से बिजली ही नहीं है, फिर बिल कैसे आ गया और उसे अब जमा करने के लिये नोटिस क्यों भेजा जा रहा है. शिकायत लेकर पहुंचे ग्रामीण ज्ञानू बैगा का कहना है कि उनके गांव में करीब 100 घर हैं, उनके मोहल्ले में 6 महीने से लाइट नहीं है. वार्ड नंबर-13 का दो सालों से ट्रांसफार्मर खराब है, जो आज तक नहीं सुधर पाया.
ग्रामीणों ने कहा कि पहले ही बेमौसम बारिश से हमारी फसल बर्बाद हो गई है, जिसके चलते परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अब बिना बिजली के ही बिजली बिल के लिए नोटिस जारी कर दिया गया, जो एक और परेशानी का कारण बन गया है.