शहडोल।अगर आप किसान हैं, धान की खेती करते हैं, पशुपालन करते हैं, दूध का व्यापार करते हैं, बकरी पालन, मुर्गी पालन करते हैं, तो फिर आपके लिए एजोला रामबाण साबित हो सकता है. क्योंकि इसके इस्तेमाल से दूध से लेकर हर चीज के उत्पादन में आपको फायदा ही फायदा है. एजोला को बड़ी आसानी से जीरो खर्च पर तैयार किया जा सकता है.
प्रकृति का बड़ा वरदान है एजोला, अपने घर में ऐसे करें तैयार, ये है खासियत - शहडोल न्यूज
अगर आप किसान हैं, तो एजोला आपके लिए रामबाण साबित हो सकता है. एजोला को बड़ी आसानी से जीरो खर्च पर तैयार किया जा सकता है. धान की खेती में खाद के रूप में भी इसका इस्तमाल किया जाता है.
अपने घर में ऐसे तैयार करें एजोला
खाद्य वैज्ञानिक अल्पना शर्मा के मुताबिक एजोला को घर में तैयार करने की तकनीक काफी आसान है. एजोला का थोड़ा सा कल्चर लेकर उसे किसी पानी की टंकी में डालना है, टंकी आपकी बहुत गहरी न हो, उथला हो, अगर आपके पास टंकी नहीं है तो, आप किसी भी जगह पर एक हाथ के बराबर खुदाई कर लीजिए और 6 बाई 1 की जगह लीजिए और उसकी गहराई 40 सेंटीमीटर रखिए. गड्ढा खोद कर प्लास्टिक की पन्नी बिछा दें और उसको पत्थरों से चारों तरफ दबाकर उसमें आपको पानी डालना है. इसके बाद एजोला का कल्चर लेकर जब आप डालेंगे, तो 8 दिन के बाद आपकी पूरी टंकी में फैल जाएगा, हरे रंग के एजोला से आपकी पूरी टंकी भर जाएगी.
निश्चित मात्रा में दें एजोला
ये पूरा का पूरा प्रोटीन आपको कितनी मात्रा में खिलाना है, इसको लेकर थोड़ी सावधानी रखनी होगी. समझिए अगर आपको किसी मुर्गी को इसे दाने के तौर पर देना है, तो दाने में 50 ग्राम मिलाकर इसे दे सकते हैं. खाद्य वैज्ञानिक डॉक्टर अल्पना शर्मा कहती हैं, एजोला के अमीनो एसिड काफी उच्च क्वालिटी के हैं, एजोला के इस्तेमाल से पशुपालन करने वाले व्यक्ति के खर्चे में 10 से 12 प्रतिशत की कमी आती है.
धान की फसल में ऐसे करें इस्तेमाल
एजोला का इस्तेमाल धान की फसल में करने के लिए, जब खेत में पानी भरा हो तो एजोला डाला जा सकता है. थोड़ा सा एजोला डालने पर वो पूरे खेत में फैल जाएगा और अच्छी खाद का काम करेगा. इस तरह के एजोला कई- कई बीमारियों का इलाज है, एक तरह से कहा जाए तो एजोला प्रकृति का बहुत बड़ा वरदान है.