शहडोल। शहडोल जिला आदिवासी बाहुल्य जिला है और यहां भी कोरोनाकाल में हाहाकार देखने को मिला. गांव-गांव तक कोरोना ने दस्तक दी है. ऐसे में इस आदिवासी बाहुल्य जिले में मदद लिए भी अलग अलग रूप में कई लोग सामने आए, जिससे जो बन पाया, जिस तरह से लोगों की मदद कर पाया उसने की. और लगातार करते भी जा रहे हैं. इस मुहिम में इस आदिवासी बाहुल्य इलाके के कवि भी किसी से पीछे नहीं हैं.
कोरोना से कैसे बचे, इसके लिए इस आदिवासी अंचल के कवि जरूर सुने...
आदिवासी अंचल में कवि बघेली कर्मा गीत के माध्यम से कोरोना और कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर लोगों को जागरुक कर रहे है. देखिये वीडियो...
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- जागरुकता के लिए बनाया गीत
दरअसल इस आदिवासी बाहुल्य जिले को ध्यान में रखते हुए कवि मृगेंद्र श्रीवास्तव 'तन्हा' ने आदिवासियों के बीच प्रचलित बघेली बोली में कर्मा गीत तैयार किया है. जिसके माध्यम से वो लोगों को कोरोना की भयावहता, इससे बचाव और कोरोना वैक्सीन लगवाना हर व्यक्ति के लिए कितना जरूरी इसका संदेश दिया है. ईटीवी भारत के माध्यम से गीत गाकर उन्होंने इसे जन-जन तक पहुंचाने की कोशिश भी की है. इस रोचक बघेली कर्मा गीत को सुनकर आपका भी मन प्रसन्न हो जाएगा. साथ ही ये बघेली कर्मा गीत कोरोना और वैक्सीनेशन को लेकर बड़ा संदेश भी दे रहा है.