शहडोल। जिले में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है, अगस्त महीने में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ी है. वहीं बीते रविवार को एक बार फिर से शहडोल जिले में 23 नए कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं और 12 ठीक होकर अपने घर भी लौटे हैं. जिसके साथ ही जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 565 पहुंच गई है वहीं एक्टिव केस 216 हैं.
जहां रविवार को 23 नए मरीज सामने आए हैं. वहीं 12 लोगों ने कोरोना से जंग जीत ली और उन्हें डिस्चार्ज कर घर भेज दिया गया है. 12 मरीजों के ठीक होने के बाद जिले में ठीक होने वालों की संख्या 345 हो गई है.
जिले में अब तक कोरोना पॉजिटिव केस की संख्या 565 हो चुकी है, जिसमें से 345 लोग ठीक होकर अपने घर भी जा चुके हैं. एक्टिव केस की संख्या 216 हैं, वहीं अबतक 4 लोग कोरोना से अपनी जान गंवा चुके हैं. 109 लोगों का होम आइसोलेशन में भी उपचार चल रहा है. जिसमें से 14 लोग तो कल ही होम आइसोलेशन में गए हैं. वहीं बीते रविवार तक 12,178 सैंपल लिए जा चुके हैं.
अगस्त महीने में शहडोल जिले में लगातार कोरोना के नए-नए मरीज मिले हैं, आलम यह है कि पिछले कुछ दिनों से रोजाना 20 पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं. जो शहडोल जिले के लिए, जिला प्रशासन के लिए, और स्वास्थ विभाग के लिए बड़ी चुनौती है, ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि जिस तरह से जिले में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है क्या कहीं प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग लापरवाही बरत रही है.
क्योंकि कुछ जगह से ऐसी भी खबरें आ रही हैं कि कोरोना मरीज मिलने के बाद 36 से 48 घंटे के बाद उन घरों को सेनिटाइज किया जा रहा है. जबकि पहले कोरोना मरीज के वहां से जाते ही घर को सेनिटाइज किया जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है इसके अलावा सैंपलिंग में भी देरी की जा रही है.
बता दें कोरोना मरीज मिलने वाले घरों से ही 48 घंटे के बाद तक सैंपल लिए जा रहे हैं, इसके अलावा कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट भी देरी से मिल रही है. वहीं कोरोना टेस्ट के बाद लोग काफी लापरवाही बरतते नजर आ रहे हैं, लेकिन इस ओर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ध्यान नहीं दे रहा.