सिवनी। जिले की एक आदिवासी महिला कर्मचारी ने राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु की मांग करते हुये पत्र लिखा है. महिला ने साथी कर्मचारी पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई थी, लेकिन दो साल बीत गए अब तक आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई. पीड़िता जिले के आदिम जाति कल्याण विभाग में पदस्थ है.
आदिवासी महिला कर्मचारी ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर इच्छामृत्यु की मांग मामला 2 साल पहले का है. महिला ने बताया कि 9 सितम्बर 2017 को साथी कर्मचारी ने उसके शासकीय आवास में घुसकर अभद्रता की थी. जिसके बाद पीड़िता ने मामले की शिकायत पुलिस में की और मामला कोर्ट तक पहुंच गया.
पीड़िता ने आरोप लगाया है, कि आरोपी द्वारा लगातार उसे परेशान किया जा रहा है. महिला ने सहायक आयुक्त सतेंद्र मरकाम पर भी आरोपी का साथ देने और केस वापिस लेने का दबाब बनाने का आरोप लगाया है. जिसके चलते महिला कर्मचारी का ट्रांसफर भी करा दिया गया. महिला ने कहा वह न्याय के लिये 2 सालों से परेशान है. जिसके चलते अब उसने राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु की मांग की है.
हालांकि मामले में आदिवासी कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त सतेंद्र मरकाम ने बताया कि महिला ने थाने में एफआईआर दर्ज करवाई थी. फिलहाल मामला न्यायालय में है.