सिवनी।जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर लखनादौन विकासखंड के गणेशगंज से 500 मीटर की ऊंचाइयों पर मां बाला त्रिपुर सुंदरी देवी का मंदिर स्थापित हैं. जहां मां भगवती की आराधना मात्र से ही भक्तों की मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. यहां पर नवरात्रि का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. जिसमें श्रद्धालुओं द्वारा नवरात्रि पर अपनी मनोकामना पूर्ति के ज्योत कलश रखे जाते हैं.
मंदिर में नवरात्र शुरू होते ही भक्तगण मां भगवती की आराधना में लीन हो जाते हैं, और जिले से ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों से भी श्रद्धालु माता रानी के दर्शन करने पहुंचते हैं. मंदिर के पुजारी बताते हैं, कि जो मां भगवती की आराधना कर ले, उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं.पूज्य द्विपीठाधीस्वर जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज ने यहां मां बाला त्रिपुर सुंदरी देवी की प्राण प्रतिष्ठा की है.
मां बाला त्रिपुर सुंदरी देवी ये भी पढ़ें:शारदीय नवरात्र का पहला दिन: माता टेकरी पर लगा भक्तों का तांता, घट स्थापना के साथ महापर्व की शुरुआत
नवरात्र के दिनों में विशेषकर अष्टमी के दिन यहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं. नवरात्रि पर्व के 9 दिन यहां भजन कीर्तन होते हैं. मंदिर परिसर में भगवान शंकर भोलेनाथ भी शिवलिंग के रूप में स्थापित है. जिनकी पूजा अर्चना भी भक्तों द्वारा की जाती है, साथ ही सावन महीने और महाशिवरात्रि में भगवान शंकर का अभिषेक किया जाता है.
वहीं ब्रह्मचारी राघवानंद ने बताया कि इस साल कोरोना संक्रमण के मद्देनजर मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं को बगैर मास्क के प्रवेश नहीं दिया जाएगा और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हर एक श्रद्धालुओं को करना होगा. वहीं उन्होंने बताया कि नवरात्रि पर्व को लेकर मंदिर परिसर में प्रतिदिन सैनिटाइजर का छिड़काव भी किया जा रहा है. शासन के सभी नियमों का पालन अनिवार्य रूप से किया जाएगा.यह मंदिर एक टेकरी पर स्थापित है जो लगभग 500 मीटर में ऊंचाई में है, मां भगवती के दरबार में शांति का वातावरण है, इसके ऊपर से चारो ओर देखने पर हरियाली ही हरियाली नजर आती है, नवरात्र के दिनों में विशेषकर अष्टमी के दिन यहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं.