सिवनी। एक तरफ देश ने अभी आजादी का 75 वां अमृत महोत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया है. जिसमें सरकार के द्वारा विकास के बड़े-बड़े दावे और वादे किए गए. लेकिन दूसरी तरफ हालात यह है कि कई ग्रामीण अंचल अभी भी विकास की आस देख रहे हैं. मध्यप्रदेश के सिवनी जिले से स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलती एक तस्वीर सामने आई है. जहां 80 फीसदी चल चुकी आदिवासी महिला की जान बचाने के लिए ग्रामीण उसे खाट पर लेकर भागते हुए दिखाई दे रहे हैं. वहीं महिला जलने के कारण जलन से कराहती हुई दिख रही है. दरअसल सड़क न होने से गांव में एम्बुलेंस नहीं पहुंच सकी. इसके कारण ग्रामीण महिला को खाट पर लेकर उसकी जान बचाने के लिए निकल पड़े.
केबल लाइन की चपेट में आई महिला:घंसौर से 20 किलोमीटर दूर ग्राम बखारी में एक महिला पर 1100 वाट की केबल लाइन गिरने से महिला गंभीर रूप से घायल हो गई. जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को लगभग 4 बजे एक महिला यमुना बाई सैयाम पति चंदूलाल सैयाम बखारी अपने खेत पर जुताई के लिए गई थी. वहां महिला के ऊपर केवल लाइन गिर गई. जिससे वह 90 परसेंट झुलस गई. बताया जाता है कि यह लाइन सब स्टेशन केदारपुर से होते हुए किद्ररई गई है. यह पूरी लाइन जर्जर अवस्था में है, जिसका सुधारीकरण नहीं करवाया जा रहा है. जिससे क्षेत्र में दहशत का माहौल व्याप्त है, लोग खेतों में जाने से डर रहे हैं.
सड़क विहीन है गांव, चारपाई में रखकर महिला को लाया गया:प्रधानमंत्री द्वारा ग्राम सड़क योजना के तहत हर ग्राम में सड़क का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन बखारी गांव अभी भी सड़क विहीन है. महिला के झुलसने के बाद ग्रामीणों द्वारा महिला को चारपाई पर रखा कर 5 से 6 किलोमीटर तक का सफर तय करना पड़ा. इस दौरान महिला तड़पती रही. कच्चा रास्ता होने से वहां पर किसी प्रकार का कोई वाहन नहीं जा पाता है. विद्युत विभाग की लापरवाही से ग्रामीण आक्रोशित है.