सिवनी। सिमरिया में हुई मॉब लिंचिंग में दो आदिवासियों की मौत के बाद आरोपियों की धरपकड़ जारी है. इस बीच सोमवार को आदिवासियों की हत्या के विरोध में आदिवासी समाज ने आंदोलन किया. लोगों ने शहर को बंद कराकर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. इसमें हजारों की संख्या में आदिवासी सिवनी पहुंचे. पुलिस ने अब तक 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. (seoni mob lynching)
आदिवासी वोट बैंक के लिए हो रहे इस्तेमाल: मंडला, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, बैतूल समेत पांच जिले के आदिवासियों ने सिवनी पहुंचकर शहर बंद करने का आह्वान करते हुए कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया. इस दौरान हजारों की संख्या में आदिवासी पीला झंडा लेकर सड़कों पर उतरे. आदिवासियों ने कहा कि लगातार उनके नाम पर राजनीति हो रही है और आदिवासियों को वोट बैंक के लिए उपयोग किया जाता है, लेकिन अब उन्हें तस्कर समझकर मारा भी जाने लगा है. अब आदिवासी समाज के लोग न्याय की मांग को लेकर सड़कों पर धरना दे रहे हैं. (tribes demonstrate at collector office in seoni)
ये है मामला:सिमरिया गांव में कुछ युवकों को गाय काटने की सूचना मिली थी. मौके पर पहुंचे श्रीराम सेना के कार्यकर्ताओं ने 3 आदिवासियों को बेदम पीटा था. इसमें 2 आदिवासियों ने जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया था. एक आदिवासी का इलाज जारी है. पुलिस ने इस मामले में 20 किलो मांस जब्त किए थे, जिसे जांच के लिए भेजा था. आदिवासी समाज का बयान सामने आया है.