सिवनी। पेंच टाइगर रिजर्व पार्क में इन दिनों विदेशी प्रवासी पक्षी सबको आकर्षित कर रहा है, ये सफेद खूबसूरत पक्षी अपनी पंखों की वजह से खास पहचान रखता है, जिसे 1953 में संरक्षण के दायरे में रखा गया था. Great Egret आंशिक रूप से प्रवासी है, जो उत्तरी गोलार्ध के पक्षी ठंडे क्षेत्रों के साथ दक्षिण की ओर बढ़ते हैं. ये उन प्रजातियों में से एक है, जिनमें अफ्रीकी-यूरेशियन माइग्रेटरी वॉटरबर्ड्स (AEWA) के संरक्षण पर समझौता लागू है.
सन 1953 में अमेरिका में ग्रेट इग्रेट को नेशनल ऑडुबोन सोसाइटी के प्रतीक के रूप में चुना गया था, जिसका गठन उनके पंखों के लिए पक्षियों की हत्या को रोकने के लिए किया गया था. पेंच टाइगर रिजर्व का बफर खवासा एक ऐसा गांव है, जहां कई सालों से माइग्रेट करके आये ये पक्षी यहां प्रजनन करते हैं.