सीहोर। नसरुल्लागंज क्षेत्र के आदिवासी किसानों की बारिश से बर्बाद हुई फसल का सर्वे अभी तक नहीं हुआ है. जिससे परेशान होकर लाडकुई क्षेत्र के किसानों ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा और तुरंत सर्वे कराकर मुआवजे की मांग की.
मुआवजा नहीं मिलने से परेशान आदिवासी किसान, तहसीलदार से लगाई गुहार - Soybean crop destroyed
नसरुल्लागंज क्षेत्र के आदिवासी किसानों की बारिश से बर्बाद हुई फसल का सर्वे अभी तक नहीं हुआ है. जिससे परेशान होकर लाडकुई क्षेत्र के किसानों ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा और तुरंत सर्वे कराकर मुआवजे की मांग की.
मामला नसरुल्लागंज क्षेत्र के गांव इटावा खुर्द, डोंगलापानी व किशनपुर के किसानों का है. जहां वन भूमि पर आदिवासी किसान 50 वर्षों से काबिज है और कृषि कार्य कर परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं. लेकिन खरीफ सीजन में अतिवृष्टि होने के कारण उनकी सोयाबीन की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई, जिससे कि परिवार के जीवन यापन पर संकट आ गया है.
बावजूद इसके प्रशासन द्वारा उनकी जमीन का ना तो सर्वे किया गया और ना ही मुआवजा दिया गया. किसानों ने मांग की है कि सर्वे कराकर शीघ्र मुआवजा दिलाया जाए. यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो वह आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे.