सीहोर।न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानून नहीं होने के कारण किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच सीएम शिवराज के गृह जिले से उपज का दाम सहीं नही मिलने पर किसान का फूट-फूट कर रोने का वीडियो सामने आया है. मामला नसरुल्लागंज कृषि उपज मंडी का है. दरअसल जिले के तहसील नसरुल्लागंज के अंतर्गत आने वाले ग्राम टीकामोर के किसान किशोर सिंह वर्मा मंगलवार को गेहूं की ट्रॉली लेकर कृषि उपज मंडी नसरुल्लागंज पहुंचा था. किसान ने ट्रॉली नीलामी के लिए लाइन में लगा दी. कई घंटे बाद जब किसान के गेहूं की नीलामी की गई तो भाव 1600 रुपए प्रति क्विंटल से ऊपर नहीं निकल सका.
फसल का दाम कम मिलने से फूट-फूट कर रोया किसान
गेंहू की उपज का दाम कम मिलने से किसान किशोर सिंह वर्मा फूट- फूट कर रोने लगे. किसान का रोने का ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. किसान ने बताया कि वह अपनी शिकायत लेकर प्रभारी मंडी सचिव उमेद सिंह के पास पहुंचा, मंडी सचिव ने दोबारा किसान के गेहूं की नीलामी कराने का कहा, लेकिन व्यापारी बोली लगाने के लिए नहीं आए. जिसके बाद किसान गेहूं से भरी ट्रॉली को वापस लेकर घर चला गया.
'सल्फास खाकर आत्महत्या कर लूं'
गेहूं का दाम कम मिलने पर किसान मंडी में ही हाथ में गेहूं लेकर फूट-फूट कर रोने लगा. किसान को देख आसपास के लोग इकट्ठा हो गए. वीडियो में किसान कह रहा है कि उसे थ्रेसर का पैसा देना है, मेरे गेहूं को 1600 रुपए प्रति क्विंटल में खरीद रहे हैं, कोई देखकर बताए, इस गेहूं में क्या कमी है. मंडी में किसान काफी देर तक दुखी होता रहा और कहने लगा कि मेरी स्थिति ऐसी हो गई है कि सल्फास खाकर आत्महत्या कर लूं. किसान की किसी ने नहीं सुनी और अंत में गेहूं से भरी ट्रॉली को वापस लेकर घर के लिए चला गया. अब मंडी में किसान के रोने का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.
क्वालिटी सही नहीं होने पर मिले कम मूल्य
मामले में दिनेश सिंह तौमर नसरुल्लागंज एसडीएम ने कहा कि कृषक किशोर सिंह मंडी में अपनी फसल अनाज लेकर आया था. मंडी में जैसा अनाज आता है उस हिसाब व्यापारी बोली लगाते है, हो सकता है वो गेंहू उस क्वालिटी का न हो. जिसके बहुत अधिक भाव मिले. हमने उसको यही समझाइश दी है कि आपको अपनी उपज की सही कीमत नहीं मिल रही तो मत बेचिए. समर्थन मूल्य पर कीमतें शुरू हो जाएगी तब बचे.