सीहोर।जमुनिया के हटेसिंह गांव में मनरेगा के नाम पर गड़बड़ी का मामला सामने आया है. मजदूरों से करवाए जाने वाले विकास कार्यों को मशीन की मदद से किया जा रहा है. पंचायत में कागजों पर कुल 106 मजदूर कार्य कर रहे हैं. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है.
सीहोरः फर्जी मास्टररोल बनाकर निकाली जा रही मनरेगा की राशि, मजदूरों को नहीं मिल रहा काम - मनरेगा में फर्जीवाड़ा
सीहोर जिले के जमुनियां इलाके में स्थित हटेसिंह गांव में मनरेगा के तहत करवाए जाने वाले विकास कार्यों को मशीन की मदद से किए जाने का मामला सामने आया है. पंचायत में कागजों पर कुल 106 मजदूर कार्य कर रहे हैं. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है.
रोजगार सहायक ने बताया कि, आज की तारीख में पंचायत में कुल 106 मजदूर कार्य कर रहे हैं. जिसमें से गौशाला निर्माण में 22 मजदूर व लगभग 80 मजदूर सुदूर सड़क योजना में कार्यरत हैं. जबकि गौशाला निर्माण में 12 मजदूर कार्य कर रहे हैं. जबकि मौके पर सुदूर सड़क योजना में एक भी मजदूर कार्य नहीं कर रहा है. आसपास के लोगों ने बताया कि, सुदूर सड़क योजना पिछले 5 महीने पहले ही बन चुकी है. जबकि कागजों में निर्माण कार्य अभी भी चल रहा है. आरोप है कि, गांव में निर्माणाधीन कार्य मशीनों से करा लिए गए हैं. मजदूरों के नाम पर पैसे निकालकर उनका हक मारा जा रहा है.