सीहोर। जिले में नसरुल्लागंज क्षेत्र के ग्राम लाडकुई में सरदार वल्लभभाई पटेल शासकीय महाविद्यालय कई बार विवादों में रहा है और यहां बाहर से आए प्रोफेसर प्राचार्य और लिपिक के बीच कई बार विवादों ने खूब सुर्खियां भी बटोरी हैं.
वहीं लिपिक प्रणब खरे के अपने स्थानांतरण के बाद किसी दूसरे व्यक्ति से चार्ज नहीं लिए है, जिससे एक बार फिर सोशल मीडिया पर कई पोस्ट वायरल हो रही है और कहीं ना कहीं महाविद्यालय की छवि तो खराब हो रही है और साथ ही छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ भी हो रहा है.
सरदार वल्लभभाई पटेल शासकीय महाविद्यालय फिर सुर्खियों में प्रणब खरे द्वारा पूर्व प्राचार्य पर कॉलेज में किया गया भ्रष्टाचार का संगीन आरोप लगाया था ,लेकिन इस पर प्रणब खरे ने कहा की पूर्व प्राचार्य ने वित्तीय अनियमितताए के साथ सामग्री खरीदी में भी भ्रष्टाचार किया है. जिसके कारण स्टाफ के प्रोफेसरों ने मुझसे चार्ज नहीं लिया है, क्योकि कॉलेज में पहले बहुत काला-पिला हुआ है.
बता दें की खरे जिन प्राचार्य पर वित्तीय अनियमितताओ के आरोप लगा रहे हैं वे उस समय भी प्रणब लाडकुई कॉलेज में ही पदस्थ थे और अब समझने वाली बात ये है कि प्रणव खरे द्वारा उस समय इन बातों का खुलासा क्यों नही किया गया जो आज कर रहे हैं.