सीहोर। मध्य प्रदेश सरकार ने प्रदेश के सभी प्रमुख मंदिरों के ट्रस्ट को भंग करने का फैसला किया है. इन्हीं प्रमुख मंदिरों में से एक जिले की बुधनी विधानसभा का मां विजयासन देवी सलकनपुर धाम भी है. इस मंदिर में लगभग 8 महीनों से ट्रस्ट समिति भंग है. कमलनाथ के इस फैसले पर ईटीवी भारत ने मंदिर के महंत और जनता से बात की.
प्रदेश के प्रमुख मंदिरों के ट्रस्ट भंग करने के फैसले पर लोगों का आशावादी नजरिया
प्रदेश के सभी प्रमुख मंदिरों के ट्रस्ट को भंग करने के फैसले पर लोगों का आशावादी नजरिया देखने को मिला.
मध्यप्रदेश के छह प्रख्यात मंदिरों के ट्रस्ट भंग करने के बाद बनाए जा रहे नए कानून के लिए मंदिर के पुजारी इसे सरकार की प्रभावी फल कह रहे हैं. वहीं श्रद्धालुओं का भी कहना है कि मंदिरों के रख -रखाव और उनके परिसरों को खूबसूरत बनाने की दिशा में ये एक ऐतिहासिक कदम है.
इस मामले में जनता की राय काफी आशावादी नजर आई. उनका कहना है कि इस कानून से धार्मिक स्थल का विकास शानदार तरीके से होगा. पूर्ववर्ती शिवराज सरकार में ये ट्रस्ट पूरी तरह राजनीतिक आधार पर गठित था. जिसका प्रबंधन बीजेपी समर्थक नेताओं के पास था. लेकिन अब कमलनाथ सरकार ने प्रभावी तरीके से पहल करते हुए प्रदेश के 6 मंदिरों के ट्रस्ट भंग करके एक नया कानून बनाने जा रही है. जिसमें जिला कलेक्टर को अध्यक्ष और एसडीएम को प्रशासक बनाया जाएगा. इससे पुजारी और ट्रस्ट प्रबंधकों की आपसी खींचतानी पर विराम लगेगा और निर्माण में भ्र्ष्टाचार पर भी अंकुश लगेगा.