सीहोर।सीहोर जिले में पीएम आवास सही हितग्राही को नहीं मिल पा रहा है. इसके लिए राजनीतिक और प्रशासनिक पहुंच जरूरी है. कई पात्र हितग्राही अब भी अपना पक्का आवास बनने की राह देख रहे हैं. बार-बार दस्तावेज जमा कर प्रशासनिक कार्यालयों के चक्कर काटने पर मजबूर हो रहे हैं. अफसर जनगणना की सूची में नाम न होने तो कभी पात्रता न होने तो कभी प्रतीक्षा सूची में नाम आगे होने की बात कहकर लाभ देने से मना कर देते हैं. जो पात्र हैं और सूची में भी नाम होने के साथ ही योजना का लाभ लेने के लिए पात्र हैं. ऐसे हितग्राहियों को आवास योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
MP Sehore पीएम आवास देने में पक्षपात का आरोप, एक दिव्यांग सालों से काट रहा दफ्तरों के चक्कर - दिव्यांग सालों से काट रहा दफ्तरों के चक्कर
पीएम आवास मुहैया कराने को लेकर भारी पक्षपात किया (Accused of favoritism in providing PM awas) जा रहा है. सीहोर जिले में एक दिव्यांग पीएम आवास का इंतजार कर रहा है लेकिन उसे अभी तक नहीं मिला. उसका कच्चा घर बारिश में ढह गया. अब पड़ोसी के घर रहकर जीवनयापन कर रहा है. वह कई बार अफसरों के चक्कर लगा चुका है. लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है.
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MP Chhindwara विधायक सोहन वाल्मीकि का आरोप- PM आवास योजना में 1600 लोगों के नाम काट दिए
पड़ोसी के घर में लिए है शरण :ग्राम पंचायत बरखेड़ा के तहत आने वाले गांव देहखेड़ी निवासी दिव्यांग रामप्रसाद पिता देवीप्रसाद ने बताया कि वह वर्षों से कच्चे घर में रहता था. 10 साल पहले बारिश के दौरान घर धराशाही हो गया. इसके बाद से ही वह पड़ोसी के घर में शरण लिए हुये है. वह कहता है कि कई बार सरपंच एवं पंचायत सचिव सहित अधिकारियों को पीएम आवास के संबंध में आवेदन दे चुका है, लेकिन इसके बाद भी आज तक कोई सुनवाई नही हुई.