सीहोर।मेवाड़ा समाज बाहुल्य ग्राम पंचायत छापरी कला व छापरी खुर्द (Sehore Panchayat Election 2022) में कई पीड़ियों से बसाहट है. पंचायत चुनाव में वर्तमान सरपंच को छाेड़कर अब तक मेवाड़ा समाज में ही सरपंची रही है, लेकिन चुनावी रंजिश दशकों से चली आ रही है. इसे दूर करने समाजसेवी आगे आए और सदियों की रंजिश मिटाने चार उम्मीदवारों में से एक की कन्या से पर्ची उठवाकर निर्विरोध सरपंच चुना गया. खास बात यह है कि बैठक कर चुनावी खर्च का आकलन कर 4 लाख 20 हजार मंदिर विकास के लिए चयनित सरपंच को जमा करने होंगे. इस प्रक्रिया से पंचायत की हर महिला पुरुष व बच्चों में खुशी की लहर है. सबका कहना है कि बहुत अच्छा हुआ, निर्विरोध सरपंच बनने से ग्राम पंचायत विवादों से बच गई.
गांव में है कुल 1500 की आबादी
छापरी कला व छापरी खुर्द (chapari kalan panchayat election) की 1500 की आबादी है. इनमें करीब 1100 मेवाड़ा समाज और 400 अन्य समाज के लोग हैं. दोनों गांवों में मिलकर एक हजार मतदाता है. मेवाड़ा बाहुल्य ग्राम पंचायत होने के कारण हर बार पंचायत चुनाव में विवाद की स्थिति बनती आई है. सदियों से चली आ रही चुनावी रंजिश से समाजजनों में मनमुटाव भी है. वहीं चुनाव के नाम पर लाखों रुपये खर्च होते हैं. इसको देखते हुए ग्राम चंदेरी के समाजसेवी एमएस मेवाड़ा व युवा संगठन ने पहल की.
रंजिश मिटाने के लिए लिया फैसला
आपसी रंजिश मिटाने सभी ग्रामीणों को बुलाकर बैठक की, जिसमें सरपंच का चुनाव लड़ने (panchayat election with lottery process in sehore) वाले प्रत्याशियों की चार लोगों की उम्मीदवारी तय हुई. इन चारों से मंदिर विकास के लिए 11-11 हजार रुपये जमा कराए गए. वहीं चुनावी खर्च का आकलन 4 लाख 20 हजार रुपये तय किया गया. चारों प्रत्याशी की चयन प्रक्रिया शुरू की गई. इस मौके पर सात वर्षीय कन्या से एक पर्ची उठवाई गई, जिसमें चंदर सिंह मेवाड़ा का नाम आने पर निर्विरोध सरंपच का ग्रामीणों की सहमति से चयन किया गया. वहीं सोमवार तक 4 लाख 9 हजार रुपये और जमा कराने की बात कही गई है. यदि समय पर पैसे जमा नहीं किए गए, तो उसके बाद अन्य तीन प्रत्याशियों में से एक का पर्ची से चयन किया जाएगा.