ग्वालियर,उज्जैन,सीहोर।प्रदेश भर के अस्पतालों में कोरोना महामारी के नए वेरिएंट BF.7 से निपटने के लिए 27 दिसंबर मंगलवार को मॉकड्रिल की गई. जिलों के मुख्य शासकीय अस्पतालों में क्या कुछ व्यवस्थाएं हैं, अगर महामारी आती है तो कितने ऑक्सीजन हैं, बेड है, वेंटिलेटर है एंबुलेंस की फिटनेस क्या है व अन्य सभी व्यवस्थआओं के बारे में निरीक्षण किया गया. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने सिहोर के जिला अस्पताल पहुंचकर कोविड महामारी का मॉक ड्रिल किया. भोपाल, ग्वालियर, उज्जैन में भी शासन और प्रशासनिक अमले ने पहुंचकर अस्पतालों में कोरोना की तैयारियों का जायजा लिया.
सीहोर में स्वास्थ्य मंत्री ने लिया जायजा:एमपी के लोक कल्याण एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी (Dr. Prabhuram Chowdhary) मंगलवार को सीहोर पहुंचे. यहां जिला अस्पताल में कोरोना की तैयारियों को लेकर आयोजित मॉक ड्रिल में शामिल हुए. स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल में कोविड महामारी से जुड़ी स्वास्थ्य सुविधाओं और उपकरणों का निरीक्षण किया. इस मौके पर जिला स्वास्थ्य विभाग को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए. मीडिया से चर्चा करते हुए चौधरी ने कहा कि फिलहाल कोरोना को लेकर मध्य प्रदेश सुरक्षित है, यहां केस भी काफी कम हैं और पॉजिटिव रेट 98 प्रतिशत है बावजूद इसके सतर्कता जरूरी है. स्वास्थ्य मंत्री ने प्रदेश के लोगों से आग्रह किया है कि वे कोरोना महामारी की गाइडलाइन का पालन करें, सोशल डिस्टेंस मेंटेन करें, मास्क बांधे.
उज्जैन जिला अस्पताल में मॉकड्रिल:अस्पताल मेंनोडल अधिकारी डॉ. रौनक एलची ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया. डॉ. रौनक एलची ने बताया कि मॉकड्रिल (Mock Drill for Corona in MP) के दौरान डॉ. व स्टाफ ने मरीज को एम्बुलेंस से लेकर अस्पताल में भर्ती करना और मेडिसिन देना, ऑक्सिजन लगाना व सुरक्षा को लेकर अन्य तैयरियां गई. नोडल अधिकारी ने यह भी बताया की अभी ऑक्सिजन के 125 बेड व 23 आईसीयू के बेड संचालित हैं. 14 वेंटिलेटर, 35 कॉन्संट्रेटर है 50 से ज्यादा सिलेंडर हैं. 2 लिक्विड ऑक्सिजन प्लांट हैं साथ ही यहां पर चरक भवन में दो फ्लोर रिजर्व्ड है आवश्यकता पड़ने पर उसको उपयोग में लिया जाएगा.