सीहोर। सरकार द्वारा मंडी एक्ट लागू करने और वेतन भत्ते पेंशन नहीं देने के विरोध में मंडी अधिकारियों और कर्मचारियों ने कृषि उपज मंडी कार्यालय के सामने धरना देकर क्रमिक भूख हड़ताल शुरू कर दी. इस दौरान उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों ने धरना स्थल पर ‘रघुपति राजा राम सीएम को सदबुद्धी दे भगवान’ गाकर गांधी को नमन किया. संयुक्त संघर्ष मोर्चा के प्रांतीय आहवान पर भूख हड़ताल की गई.
सीहोर: मंडी अधिकारी-कर्मचारियों ने शुरू की भूख हड़ताल, रखी ये मांग - मंडी एक्ट
मंडी एक्ट लागू करने और वेतन भत्ते पेंशन नहीं देने के विरोध में मंडी अधिकारियों और कर्मचारियों ने भूखहड़ताल शुरू कर दी है. पढ़िए पूरी खबर...
इस दौरान हड़तालकारियों को संबोधित करते हुए संयुक्त संघर्ष मोर्चा के संभागीय अध्यक्ष राधेश्याम मेहर ने कहा की हम अकेले नहीं है. एग्रीकल्चर मण्ड बोर्ड, मध्य प्रदेश कर्मचारी कांग्रेस आफिसर्स एम्पलाईज एसोसिएशन, अजाक्स शाखा मण्डी बोर्ड प्रांतीय, मण्डी बोर्ड कर्मचारी एकता मंच सहित अन्य इसमें शामिल हैं. उन्होंने कहा कि सरकार वेतन भत्ते और पेंशन की व्यवस्था नहीं करती है, तो जल्दी हीं प्रदेश की 259 मंडियां, 298 उपमंडिया, 13 तकनीकी कार्यालय, 7 आंचलिक कार्यालय में ताले डलने की नौबत आ जाएगी.
संभागीय अध्यक्ष राधेश्याम मेहर ने कहा कि गांधी जयंती से क्रमिक भूख हडताल शुरू कर दी गई है. वहीं अनिश्चितकालीन सत्याग्रह भी किया जाएगा. उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश की 190 मंडियों में आय और आवक शून्य हो चुकी है. कर्मचारियों को वेतन भुगतान करना भी काफी मुश्किल हो गया है.