सीहोर। वनमंडल के महुआ मॉडल की अभिनव पहल वनों को आग से बचाने के साथ ही लॉकडाउन में आदिवासियों के लिए कमाई का जरिया बन रही है. वनमंडल अधिकारी के मार्गदर्शन में नसरूल्लागंज के लाड़कुई परीक्षेत्र में ट्रेनी सहायक वन संरक्षक रूबी खान ने महुआ पेड़ों की नंबरिंग करवाई और उन्हें उपलब्धता के मुताबिक लोगों में बांट दिया. प्रत्येक परिवार को उपलब्धता के हिसाब से करीब 6 से 10 पेड़ बांटे गए हैं.
इन परिवारों को महुआ इकट्ठा करने और पेड़ों का ख्याल रखने की जिम्मेदारी भी सौंपी है. प्रत्येक परिवार को अलग-अलग पेड़ बांटे गए हैं, जिससे महुआ इकट्ठा करते समय दो परिवारों के बीच में आपसी विवाद और कोरोना संक्रमण होने की संभावना न हो. साथ ही वन विभाग की ओर से मास्क भी दिए गए हैं एवं उचित दूरी के निर्देश भी दिए हैं.