सीहोर। सरकारी स्कूलों में कक्षा पांचवी एवं आठवीं की वार्षिक परीक्षा कराई जाएंगी. जिले के संकुल केंद्रों पर इसका प्रशासनिक उत्तरदायित्व संकुल प्राचार्य को सौंपा गया है. वार्षिक परीक्षा के मुख्यतः दो प्रकार के मूल्यांकन होंगे. आंतरिक मूल्यांकन शाला स्तर पर प्रोजेक्ट बुकलेट के माध्यम से और होम बेस्ड प्रोजेक्ट कार्य के रूप में विषयवार किया जाएगा. यह कुल 40 अंक का होगा. इसमें उत्तीर्ण होने के लिए प्रत्येक विद्यार्थी को 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करना होंगे. लिखित बाहृय मूल्यांकन लिखित परीक्षा के रूप में होगा. विद्यार्थी निर्धारित परीक्षा केंद्रों पर समय सारणी अनुसार परीक्षा देंगे. प्रत्येक विषय में 60 अंक का लिखित प्रश्न पत्र होगा. इसमें भी प्रत्येक विषय में उत्तीर्ण होने के लिए विद्यार्थी को 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करना होंगे.
परीक्षा मूल्यांकन में 33 प्रतिशत अंक जरूरी : कोई भी विद्यार्थी परीक्षा में तभी उत्तीर्ण घोषित किया जाएगा यदि वह सभी विषयों में लिखित परीक्षा मूल्यांकन में 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करता है. जिन विषयों में उसे 33 प्रतिशत अंक से कम प्राप्त होंगे, उनके लिए परीक्षा परिणाम घोषित होने की तारीख से दो माह की समय अवधि के भीतर उन विषयों में पुनः परीक्षा का अवसर प्रदान किया जाएगा. इसके लिए उस विद्यार्थी को विद्यालय द्वारा अतिरिक्त प्रशिक्षण दिया जाएगा. यदि इस परीक्षा के उपरांत भी बालक सभी विषयों में अथवा किसी भी विषय में उक्त अंक प्राप्त करने में सफल नहीं होता है तो ऐसे बालक को उसकी अध्ययनरत कक्षा में ही रोक लिया जाएगा एवं अनुत्तीर्ण मानते हुए कक्षा उन्नति प्रदान नहीं की जाएगी. प्राइवेट स्कूलों के लिए यह निर्देश अशासकीय शालाओं में अध्यनरत कक्षा 5 वीं 8वीं के विद्यार्थियों के लिए भी लागू रहेगी. किंतु वार्षिक परीक्षा एवं पुनः परीक्षा का आयोजन करने की पूरी व्यवस्था अशासकीय विद्यालय की प्रबंधन समिति की होगी.