सीहोर। कोरोना वायरस से निपटने में सबसे अहम भूमिका देश के डॉक्टर्स निभा रहे हैं. कई डॉक्टरों ने तो अपना घर बार छोड़कर अस्पताल को ही घर बना लिया है. कुछ ऐसी ही कहानी है सीहोर के डॉ. अमित रजवानी की, जो अपनी प्रेंगनेंट पत्नी को घर में छोड़कर अस्पताल में ही रह रहे हैं.
कोरोना वॉरियर्स डॉ.अमित की कहानी, प्रेगनेंट पत्नी को घर छोड़कर लगातार कर रहे ड्यूटी - सीहोर जिला अस्पताल
सीहोर के जिला अस्पताल में पदस्थ डॉ. अमित रजवानी अस्पताल में रहकर ही अपनी सेवाएं दे रहें. जब से लॉकडाउन लगा है तब से अब तक वो अपने घर नहीं गए हैं. जबकि उनकी पत्नी प्रेगनेंट हैं. डॉ. अमित का कहना है कि मुश्किल के इस दौर में ड्यूटी पहले हैं.
![कोरोना वॉरियर्स डॉ.अमित की कहानी, प्रेगनेंट पत्नी को घर छोड़कर लगातार कर रहे ड्यूटी sehore news](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-6758498-thumbnail-3x2-pp.jpg)
सीहोर शहर के कोरोना वायरस नोडल अधिकारी डॉ अमित रजवानी अपनी गर्भवती पत्नी से बीते कई दिनों से नहीं मिले हैं. लॉकडाउन के बाद से जिला अस्पताल में 24 घंटे की सेवाएं देकर अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं. बीते साल ही उनकी शादी हुई थी, उनकी पत्नी इस वक्त गर्भवती हैं लेकिन ड्यूटी के चलते डॉक्टर अस्पताल में ही रुक रहे हैं.
सीहोर में रहने के बावजूद भी वो एक बार अपने घर नहीं गए हैं, पत्नी गर्भवती और शहर में लॉकडाउन है. डॉ. अमित कहते हैं कि पत्नी की चिंता रहती है लेकिन ड्यूटी पहले है. उन्होंने बताया कि खुशी इस बात की है कि वो देश की सेवा कर रहे हैं, घर की चिंता लगी रहती है लेकिन पत्नी से फोन पर वीडियो कॉलिंग पर बात कर लेते हैं. हम एक दूसरे का हाल पूछ लेते हैं वीडियो कॉलिंग पर बात हो जाती है हमारे लिए अस्पताल ही घर है, हम इस महामारी से निपटने देश की सेवा कर रहे हैं.