सीहोर। व्हाट्सएप ग्रुप से निकाले जाने पर एक पत्रकार ने दो व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन्स को मानहानि का नोटिस भेजकर जवाब मांगा है. पत्रकार के वकील का कहना है कि, 'मुकेश मेहता एक प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं और अधिमान्य पत्रकार हैं. उन्हें बिना किसी कारण और बिना बताए अचानक ग्रुप से निकाल दिया गया है, जिससे उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंची और उन्होंने एडमिन को मानहानी का नोटिस देकर जबाव मांगा है'.
पत्रकार ने व्हाट्सएप ग्रुप के एमडिन को भेजा मानहानी का नोटिस. ये पूरा मामला सीहोर जिले के बुदनी तहसील के रेहटी का है. पत्रकार मुकेश मेहता ने बताया कि, उन्हें दो ग्रुप से बाहर किया गया है. इनमें से एक ग्रुप 'बेबाक कलम' है, जिसके सुरेश जेमिनी एडमिन हैं, जबकि दूसरा ग्रुप 'सबसे तेज खबर सीहोर तक' है, जिसे दिनेश नागर संचालित करते हैं.
इन दोनों ने अचानक मुकेश मेहता को ग्रुप से रिमूव कर दिया. मुकेश मेहता का कहना है कि, जिन ग्रुप से उन्हें निकाला गया है. उनमें केवल अधिकारियों का दबाने और रेत खनन की बात होती है. कई दिनों तक सब कुछ देखने के बाद मुकेश मेहता ने ग्रुप में कुछ सम्मानजनक बातें लिखी थी, जिसके तत्काल बाद उन्हें रिमूव कर दिया गया.
मुकेश मेहता ने वकील सुनील दुबे के जरिए दोनों एडमिन के खिलाफ मानहानि के नोटिस भेजा है. मुकेश मेहता ने बताया कि, एडमिन द्वारा जवाब देने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. इससे पहले मुकेश मेहता को दोनों एडमिन ने ही ग्रुप में जोड़ा था. जिन ग्रुप्स से उन्हें हटाया गया है, उनमें जिलेभर के प्रशासनिक अधिकारी और पत्रकार जुड़े हुए हैं.