सीहोर। गरीब बच्चों को भरपेट भोजन मिले, ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चे स्कूल पहुंचें और उन्हें भूखा नहीं रहना पड़े, इसी मकसद से मिड डे मील योजना की शुरुआत की गई थी, लेकिन कर्मचारियों-अधिकारियों की अनदेखी के चलते इसका उद्देश्य पूरा नहीं हो पा रहा है. सीहोर जिले के ग्रामीण अंचलों के स्कूलों में मिड डे मील की हालत बेहद खराब है. बच्चों का कहना है कि उन्हें भरपेट खाना नहीं मिल रहा और बीच में ही खाना खत्म हो जाता है.
नसरुल्लागंज क्षेत्र के ग्राम छापरी में बच्चों ने बताया कि भोजन कराते समय खाना खत्म हो जाता है और उन्हें मेन्यू के अनुसार भोजन भी नहीं दिया जाता. बच्चों का कहना है कि 15 अगस्त के बाद आज तक उन्हें खीर-पुरी नहीं दी गई, वहीं भोजन में पानी वाली सब्जियां परोसी जाती हैं. एक बार भोजन परोसने के बाद किसी बच्चे को और चाहिए तो दूसरी बार खाना नहीं दिया जाता, जिसके कारण कई बच्चों को खाली पेट उठना पड़ता है.